Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जल संकट गहराता हुआ नजर आ रहा है. नगर निगम शिमला ने पानी की किल्लत को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है. अब शिमला शहर में निर्माण संबंधी सभी कार्यों पर रोक लगा दी गई है. यह रोक 30 जून तक जारी रहेगी. शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ बैठक के बाद नगर निगम शिमला की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं.


शिमला में हो रही पानी की किल्लत


हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि शिमला में पानी की किल्लत हुई है. लंबे वक्त से शिमला में बारिश न होने की वजह से प्राकृतिक जल स्रोतों में कर घट गया है. इसकी वजह से पानी की सप्लाई पहुंचाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.




उन्होंने लोगों से अपील की है कि पानी का किफायत के साथ इस्तेमाल करें, ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े. विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि शिमला को हर रोज 48 एमएलडी से ज्यादा पानी की जरूरत होती है, लेकिन सिर्फ 31 एमएलडी पानी ही शिमला को मिल पा रहा है. ऐसे में तय दिनों पर ही लोगों को पानी की सप्लाई पहुंचाई जा रही है. इसके अलावा जरूरत के मुताबिक लोगों को पानी के टैंक भी मुहैया करवाई जा रहे हैं.


नगर निगम शिमला ने जारी किए आदेश


नगर निगम शिमला की ओर से जारी आदेशों में भी कहा गया है कि इस बार मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक,  गर्मी के सीजन में बहुत कम बारिश हुई है. ऐसा बीते कई सालों में नहीं हुआ. इसकी वजह से सूखे जैसी स्थिति पैदा हो गई है. ऐसे में पानी की बचत करने के लिए सभी तरह के कंस्ट्रक्शन कार्यों पर रोक लगा दी गई है. यह रोक तत्काल प्रभाव से लागू होगी और 30 जून तक जारी रहेगी.


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