Himachal Pradesh Disaster Cases: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने इस बार भी आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. राज्य में 27 जून से लेकर अब तक 271 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें 120 लोगों की जान अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में गई है. 


राज्य में हुई विभिन्न घटनाओं में अब तक 423 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 30 लोग अभी भी लापता हैं. इसके अलावा 6 हजार 811 पशु-पक्षियों की मौत भी दर्ज हुई है. रेवेन्यू विभाग के मुताबिक 78 पक्के और 98 कच्चे घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 132 पक्के और 351 कच्चे घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ. 58 दुकानों, 32 झोपड़ी और 466 पशुघर भी पूरी तरह तबाह हो गए. राज्य की संपत्ति को अब तक 1,2655,1.07 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है.


सड़क दुर्घटनाओं में हुईं 120 मौतें


हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान अब तक जिला बिलासपुर में 16, चंबा में 25, हमीरपुर में 11, कांगड़ा में 47, किन्नौर में पांच, कुल्लू में 16, लाहौल स्पीति में तीन, मंडी में 42, शिमला में 38, सिरमौर में 18, सोलन में 28 और ऊना में 22 लोगों की मौत हुई है. 


राज्य में अब तक हुई कुल 271 मौतों में से 120 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं. अन्य 151 मौतें लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड, बादल फटने, डूबने, सांप के काटने और खाई में गिरने की घटनाओं से हुई हैं.


51 बार फ्लैश फ्लड और बादल फटने की घटना


हिमाचल प्रदेश में 27 जून से लेकर 31 अगस्त तक 51 बादल फटने और फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं. इनमें 31 लोगों की जान गई, जबकि 33 लोग अभी लापता हैं. बादल फटने और फ्लैश फ्लड की वजह से 83 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 38 मकान को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ. 


इनमें 17 दुकान और पशुघर को नुकसान हुआ. इसके अलावा 149 पशुओं की भी मौत हुई. राज्य में भूस्खलन की 40 घटनाएं रिपोर्ट की गई. इनमें पांच लोगों की जान गई, जबकि पांच लोग घायल हुए. भूस्खलन में एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त भी हुआ है.


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