Himachal News: भारत इस साल जी-20 देशों के समूह की अध्यक्षता कर रहा है. भारत के पास यह अध्यक्षता 1 दिसंबर 2022 से लेकर 30 दिसंबर 2023 तक है. जी-20 के समूह की बैठक देशभर के 50 अलग-अलग शहरों में की जा रही है. इन बैठकों के लिए हिमाचल प्रदेश के भी दो स्थानों का चयन किया गया है. जानकारी के मुताबिक जी-20 की बैठक हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) और जिला कांगड़ा (Kangra) में होना प्रस्तावित है. 


जी-20 की रंगोली बनाकर जताई खुशी 
शिमला और कांगड़ा में प्रस्तावित जी-20 की बैठक के लिए एक विशेष दल दोनों जगहों का दौरा करेगा. इसके बाद ही इन स्थानों के चयन पर आखिरी मुहर लगेगी. फिलहाल जिला शिमला के ठियोग में जी-20 की बैठक होने की चर्चा है. जी-20 की बैठक हिमाचल प्रदेश में होने की खबर के बीच लोगों में भी खासा उत्साह है. इस बीच शिमला में महिलाओं ने जी-20 की रंगोली (Rangoli) बनाकर खुशी मनाई. इस रंगोली में जी-20 के चिन्ह को दिखाया गया. समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ी डॉ. किम्मी सूद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जी-20 की दो बैठक होने की खबर सभी के लिए उत्साहवर्धक है. उन्होंने कहा कि इससे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के बारे में भी पता चलता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जी-20 की बैठकों के जरिए विश्व भर में भारत की संस्कृति को ले जाने का काम कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के लिए यह गर्व का पल है कि जी-20 समूह की बैठक हिमाचल प्रदेश में होने जा रही है.


क्या है जी-20?


जी20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी भी कहा जाता है. यह यूरोपियन यूनियन (European Union) एवं 19 देशों का एक अनौपचारिक समूह है. जी20 शिखर सम्मेलन में इसके नेता हर साल जुटते हैं. इसका गठन साल 1999 में हुआ था. इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था. शुरुआत में यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था. साल 2008 में दुनिया ने भयानक मंदी का सामना किया था. इसके बाद इस संगठन में भी बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया. इसके बाद यह तय किया गया कि साल में एक बार G20 राष्ट्रों के नेताओं की बैठक की जाएगी. साल 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसका आयोजन किया गया.


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