Himachal Pradesh News: भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के अलग-अलग हिस्सों में जमकर तबाही मचाई, लेकिन मौसम साफ होने के बाद अब व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटते हुए नजर आ रही है. हिमाचल पथ परिवहन निगम ( Himachal Path Parivahan Nigam)ने मंगलवार रात शिमला से चलने वाली चंडीगढ़ और दिल्ली की बस सेवा को बंद कर दिया था. स्थिति सामान्य होने पर अब सड़कें बहाल की जा रही हैं.


इस बीच हिमाचल पथ परिवहन निगम ने शिमला से दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाली बस सेवा को बहाल कर दिया है.इसके अलावा प्रदेश भर में 1 हजार 193 रूट अभी ऐसे हैं, जो फिलहाल बंद पड़े हुए हैं. इसके अलावा 316 बसें सड़क बंद होने की वजह से अलग-अलग रूटों से वापस डिपो नहीं लौट सकी हैं. हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारी और कर्मचारी लगातार लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं.






सड़क बहाल होने के बाद शुरू होंगी सेवाएं
उन्होंने बताया कि करीब 3 हजार 500 रूट में से 1 हजार 193 रूट अभी बंद हैं. उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि आपदा के वक्त एचआरटीसी की कोई बस दुर्घटना की चपेट में नहीं आई. रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के सबसे ज्यादा रूट मंडी और कुल्लू जिला में प्रभावित हैं. जिला कुल्लू में सबसे ज्यादा 334 रूट प्रभावित हुए हैं. सड़क बहाल होने के बाद जल्द से जल्द इन रूटों पर भी बस सेवा को बहाल कर दिया जाएगा.


कहां कितने रूट हैं प्रभावित?
हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि परवाणू में 20, सोलन में 80, नाहन में 50, तारादेवी डिपो में 18, नेरवा में 20, लोकल 30, ग्रामीण इलाकों की 25, रामपुर में 70 करसोग में 26, रोहडू में 50, रिकांगपिओ में 15, हमीरपुर में 10, बिलासपुर में 20, ऊना में 18, देहरा में तीन, नालागढ़ में 61, मंडी में 14, कुल्लू में 334, सुंदरनगर में 31, सरकाघाट में 4, केलांग में 58, धर्मपुर में 7, धर्मशाला में 5, नगरोटा बगवां में 5, पालमपुर में 6, बैजनाथ में 6, चंबा में 97 और जोगिंदर नगर में 2 रूटों को सस्पेंड किया गया है.


Himachal Pradesh: CM सुक्खू ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दौरा, एक करोड़ रुपये की त्वरित मदद की घोषणा