Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को वेतन और पेंशनधारियों को पेंशन देरी से मिल रही है. सितंबर महीने में कर्मचारियों को वेतन 5 तारीख को मिला, जबकि पेंशनधारियों को 10 तारीख तक का इंतजार करना पड़ा. पेंशन देरी से मिलने पर कर्मचारी अब खासे नाराज हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी है. 20 सितंबर को प्रदेश भर में पेंशनर्स ने सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है.


मंगलवार को शिमला में पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में आंदोलन की रणनीति तैयार की गई. रिटायर्ड कर्मचारी वक्त पर पेंशन का भुगतान के साथ समय पर जेसीसी गठन की मांग उठा रहे हैं. गौरतलब है कि राज्य में लंबे वक्त से जेसीसी का गठन नहीं हो सका है. हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आत्माराम शर्मा ने कहा कि वक्त पर पेंशन न मिलने की वजह से कर्मचारी नाराज हैं. कर्मचारियों ने सरकार के लिए तन और मन से काम किया.


सुक्खू सरकार से नाराज पेंशनधारी


हिमाचल प्रदेश के विकास में रिटायर्ड कर्मचारियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है. कर्मचारी अब वक्त पर पेंशन के साथ जेसीसी गठन की भी मांग कर रहे हैं. आत्माराम शर्मा ने कहा कि आंदोलन की शुरुआत में पेंशनर्स जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे. मांग नहीं मानने पर आंदोलन को राज्यव्यापी बनाया जाएगा.


पेंशन के मुद्दे पर आंदोलन की तैयारी


आत्माराम शर्मा ने कहा कि रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन देना सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि आज तक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब रिटायर्ड कर्मचारियों को वक्त पर पेंशन नहीं मिली. उन्होंने कहा कि रिटायर्ड कर्मचारी भविष्य को लेकर चिंतित हैं. पेंशन से ही उनके घर-परिवार का गुजर-बसर होता है. आत्माराम शर्मा ने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने पर सुक्खू सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जायेगा.


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