Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में राज्यसभा चुनाव के दौरान हुई क्रॉस वोटिंग और फिर मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में आंतरिक कलह जगजाहिर हो गई है. विधानसभा में हालांकि सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) सरकार बजट पारित कराने में कामयाब रही है लेकिन अभी सबकी निगाहें विक्रमादित्य के अगले कदम पर होगी. इस बीच, कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर (Kuldeep Singh Rathore) का बयान आया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई मतभेद हैं तो उसे सुलझा लिया जाएगा. 


कुलदीप सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''अगर कोई बात है तो हमारे पर्यवेक्षक भी आ रहे हैं. वे उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे. कई बार इस तरह की परिस्थितियां पहले भी हुई हैं. ऐसी कोई कटुता है तो पार्टी आलाकमान के संज्ञान में भी यह बात है और उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा.'' विधानसभा में आज बजट पारित किया गया लेकिन इस दौरान छह बागी विधायक सदन से नदारद रहे. संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने उन्हें अयोग्य घोषित करने की मांग की. अगर ऐसा किया जाता है तो फिर सीएम सुक्खू की सरकार भी खतरे में आ जाएगी. उधर, विक्रमदित्य सिंह के कदम से अटकलें हैं कि वह समर्थकों संग बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं लेकिन उन्होंने मीडिया द्वारा इसको लेकर पूछे गए सवाल साफ लहजे में कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और अफवाहों का बाजार चलता रहता है. विक्रमादित्य ने भरोसा जताया कि कांग्रेस की सरकार ने बजट और वित्त बिल पास कराया और आगे जो भी आएगा उसका सामना करेगी. 






स्थिति संभालने पहुंचे कर्नाटक के डिप्टी सीएम 
उधर,  राज्य में मचे सियासी घमासान और विधायकों के बागी तेवर को देखते हुए कांग्रेस ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मौजूदा हालात को संभालने के लिए भेजा गया है. शिवकुमार ने दावा किया है कि अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं क्योंकि कांग्रेस के विधायक पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे और जो जनादेश मिला है उसका पालन करेंगे.


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