हिमाचल में 'समोसा संग्राम' पर सियासत, बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने CM सुक्खू को भिजवाए 11 समोसे
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में समोसे पर सियासत जारी है. अब बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को 11 समोसे भिजवा दिए हैं.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की सियासत में शुक्रवार सुबह से समोसे पर शुरू हुआ संग्राम अब भी जारी है. 'समोसा संग्राम' पर जमकर सियासत हो रही है, जहां एक तरफ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सरकार पर तंज करने के लिए मंडी में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ समोसा पार्टी कर रहे हैं.
तो वहीं दूसरी तरफ अब भारतीय जनता पार्टी के विधायक आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए 11 समोसे भिजवा दिए हैं. आशीष शर्मा वही विधायक हैं, जो साल 2022 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ही गृह जिला से आने वाले आशीष शर्मा का बतौर निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की समर्थन था. राज्यसभा चुनाव के दौरान आशीष शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट कर कांग्रेस का खेल बिगड़ने का काम किया था. निर्दलीय विधायक के तौर पर इस्तीफा देने के बाद वे बीजेपी की टिकट पर उपचुनाव लड़े और जीत हासिल की.
CM सुक्खू को भिजवाए 11 समोसे
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को 11 समोसे भिजवाने की जानकारी आशीष शर्मा ने सोशल मीडिया पर भी साझा की है. आशीष शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा- 'प्रदेश पहले ही बेरोजगारी, वित्तीय संकट, कर्मचारियों की पेंशन में देरी और डीए बकाया जैसी समस्याओं से जूझ रहा है.
ऐसे समय में मुख्यमंत्री सुक्खू जी के लिए लाए गए समोसों पर सीआईडी जांच का आदेश देना बेहद निराशाजनक है. जब हिमाचल के लोग अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो सरकार को असली मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि ऐसे छोटे मामलों पर. इसी विरोधस्वरूप मैंने मुख्यमंत्री महोदय को 11 समोसे भेजे हैं, ताकि उन्हें याद दिला सकूं कि जनता की असली समस्याओं का समाधान करना अधिक महत्वपूर्ण है. हमें उन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए जो वाकई मायने रखते हैं'.
जांच के किसी भी आदेश से CID के मुखिया का इनकार
हिमाचल प्रदेश सीआईडी के डायरेक्टर जनरल संजीव रंजन ओझा ने कहा कि 21 अक्टूबर को सीआईडी मुख्यालय में मुख्यमंत्री का एक कार्यक्रम था. शिमला में साइबर क्राइम विंग के डाटा सेंटर का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री पहुंचे थे. कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के लिए रिफ्रेशमेंट मंगवाया गया था, लेकिन यह मुख्यमंत्री तक पहुंचा नहीं. कार्यक्रम खत्म होने के बाद पुलिस अधिकारी चाय पीने बैठे थे. इसी दौरान यहां रिफ्रेशमेंट को लेकर चर्चा आई. इसके बाद पूछा गया कि जो मुख्यमंत्री के लिए रिफ्रेशमेंट को मंगवाया गया था, वह आखिर कहां है. इस पर रिफ्रेशमेंट का पता करने के लिए कहा गया.
जांच रिपोर्ट लीक होना चिंता का विषय
ओझा ने कहा कि इस संबंध में जांच के कोई आदेश नहीं दिए गए थे. हालांकि लिखित में रिपोर्ट सीआईडी को मिली है. उन्होंने कहा कि यह पूरा सीआईडी का आंतरिक मामला है. गुप्तचर विभाग के डायरेक्टर जनरल संजीव रंजन ओझा ने कहा कि विभाग ने जांच की कोई आदेश नहीं दिए थे. फिर भी रिपोर्ट लिखित में मिली है. उन्होंने कहा कि सीआईडी की अंतिम जांच रिपोर्ट वायरल होना चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है. उन्होंने अनुरोध किया है कि इस पूरे मामले में राजनीति न की जाए.
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