Himachal Pradesh Rain: हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 197 सड़कें बंद हैं. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों के मुताबिक ऊना के कई इलाकों में जलभराव हो गया और चंबा, मंडी, किन्नौर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन की सूचना आई हैं.


अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से 12 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 110 लोगों की मौत हुई है और राज्य को लगभग 1,004 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि शिमला में 66 सड़कें, सिरमौर में 58, मंडी में 33, कुल्लू में 26, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में पांच-पांच तथा कांगड़ा जिले में चार सड़कें बंद हैं. इसमें कहा गया है कि सोमवार को 221 बिजली और 143 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित रहीं.


मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट


क्षेत्रीय मौसम विभाग कार्यालय ने शनिवार तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है और मंगलवार तक चंबा, किन्नौर, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा भी जताया है.


मौसम विभाग ने बताया कि रविवार शाम से नागल बांध में 115 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि कसौली में 87 मिमी, ऊना में 56 मिमी, नैना देवी में 82.2 मिमी, ओलिंडा में 79 मिमी, जटोन बैराज में 75.4 मिमी, नादौन में 72.5 मिमी, पावंटा साहिब में 62 मिमी, सुजानपुर टीरा में 60.6 मिमी और धौलाकुआं में 56.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.


रविवार को 338 सड़कें हुईं बंद 


वहीं रविवार से जारी भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 338 सड़कें बंद हो गईं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि ऊना के कई क्षेत्र जलमग्न हो गए.


शिमला में 104, मंडी में 71, सिरमौर में 58, चंबा में 55, कुल्लू में 26, सोलन और लाहौल एवं स्पीति में सात-सात, किन्नौर में पांच, कांगड़ा में चार और बिलासपुर जिले में एक सड़क बंद रही.