Himachal News: 90 की उम्र में सत्या देवी का युवाओं जैसा जोश, CM आपदा राहत कोष में दान दिए एक लाख रुपये
Shimla: शिमला की रहने वाली 90 साल की सत्या देवी ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपए का दान दिया. इसके लिए उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ पड़ोसियों का भी सहयोग लिया है.
CM Disaster Relief Fund: बीते दिनों हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के बाद अब प्रदेश भर में प्रभावितों तक राहत पहुंचाने का काम चल रहा है. सीमित संसाधन वाले पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में धन की भी भारी कमी है. ऐसे में लोगों तक राहत पहुंचाना किसी चुनौती से काम नहीं है. आपदा में लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष- 2023 का गठन किया है. इस कोष में अब तक 180 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान आ चुका है. राहत कोष में कहीं बच्चे अपना गुल्लक तोड़कर दान कर रहे हैं, तो कहीं बुजुर्ग अपनी महीने भर की पेंशन राहत एवं बचाव कार्य के लिए देने पहुंच रहे हैं.
90 साल की उम्र में भी 26 साल का जोश
शिमला की रहने वाली 90 वर्षीय सत्या देवी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपये की राशि दान की. खास बात यह है कि सत्या देवी ने यह धनराशि अपने रिश्तेदारों और आसपास के जानकार लोगों से जुटाई, ताकि उन लोगों में भी मदद का भाव पैदा हो सके. सत्या देवी ने बताया कि वह 26 साल की उम्र से समाज सेवा कर रही हैं और आज 90 साल की उम्र में भी लोगों की मदद करने के लिए वैसा ही जोश महसूस करती हैं. समाजसेवी सत्या देवी के इस अहम योगदान की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सराहना की और सत्या देवी को समाज के लिए प्रेरणा बताया.
कैसे एकत्रित हुई एक लाख रुपए की राशि?
ऐसे में एबीपी न्यूज ने सत्या देवी के घर पहुंच कर उनके साथ खास बातचीत की. इस दौरान सत्या देवी ने बताया कि, हिमाचल प्रदेश में आई आपदा ने उन्हें हिला कर रख दिया. उन्होंने अपने 90 साल के जीवन में कभी ऐसी आपदा नहीं देखी. जब आपदा के बाद प्रदेश के खड़े होने की बारी आई, तो उन्होंने सोचा कि उन्हें भी इसमें मदद करनी चाहिए. सत्या देवी ने कहा कि उन्होंने पहले 25 हजार रुपये की राशि दान करने की सोची थी. इसके लिए उन्होंने खुद पांच हजार रुपये देकर शुरुआत की. धीरे-धीरे उन्होंने अन्य जानकर लोगों से मदद मांगी और धनराशि एकत्रित होती चली गई.
जिस राशि को सिर्फ 25 हजार रुपये तक पहुंचाने का सोचा था, वह बूंद-बूंद कर 85 हजार तक चली गई. इसके बाद उन्होंने विदेश में रह रही अपनी बेटी से भी मदद मांगी और फिर यह राशि एक लाख रुपये तक जा पहुंची. सत्या देवी बताती हैं कि यह राशि और भी ज्यादा हो सकती थी, लेकिन फिर उन्होंने एक लाख रुपये जमा होने पर फिलहाल के लिए इसे रोक दिया. उन्होंने अन्य लोगों से भी मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष- 2023 में बढ़-चढ़कर दान करने की अपील की है.
लोग दान देने में पीछे हट रहे हैं- सत्या देवी
90 वर्षीय समाज सेवी सत्या देवी ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस होता है कि आपदा की इस घड़ी में राहत एवं बचाव कार्य में मदद करने के लिए लोग कुछ पीछे हट रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी आपदा न तो कभी आई और न ही भविष्य में आनी चाहिए. इस समय पहाड़ी प्रदेश हिमाचल प्रदेश मुश्किल भरे समय से गुजर रहा है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह छोटा-छोटा योगदान कर सरकार की मदद करें. उन्होंने कहा कि जिस तरह बूंद-बूंद से घड़ा भरता है. इस तरह छोटी-छोटी मदद से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को एक बार फिर खड़े होने में मदद मिलेगी.