Himachal AQI: एक तरफ जहां देश की राजधानी दिल्ली की हवाओं में लगातार जहर घुल रहा है. वहीं, हिमाचल प्रदेश की वादियों की हवा सबसे स्वच्छ है. विश्व भर में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर हिमाचल प्रदेश का वातावरण सबसे सुरक्षित भी है. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली (Kullu and Manali) की हवा सबसे साफ और सुरक्षित है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक मनाली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 6, जबकि कल्लू का AQI- 7 है.


एक तरफ जहां देश के कई बड़े शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स डेढ़ सौ को पार कर चुका है. वहीं, हिमाचल प्रदेश की हवा सबसे साफ है. कल्लू और मनाली के अलावा धर्मशाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 15 और शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 34 है. वहीं, जिला सोलन के बद्दी का एयर क्वालिटी इंडेक्स हिमाचल में सबसे खराब है. बद्दी का AQI 163 है. इसी तरह कालाअंब का AQI- 149 है. गौरतलब है कि यह हिमाचल प्रदेश का इंडस्ट्रियल हब है.


हिमाचल का AQI सबसे बेहतरीन


एनवायरमेंट साइंटिस्ट सुरेश अत्री ने जानकारी देते हुए बताया है कि देश भर में हिमाचल प्रदेश की हवा सबसे साफ है. जहां मैदानी इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खराब हो रहा है. तो वहीं, हिमाचल प्रदेश के सभी इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहतरीन है. अत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटक बड़ी संख्या में घूमने के लिए यहां आते हैं. ऐसे में यहां गाड़ियों का दबाव भी बढ़ रहा है. बावजूद इसके यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स अच्छा है.


बड़ी संख्या में हिमाचल का रुख कर रहे पर्यटक


देश के मैदानी इलाकों में इन दिनों दम घोंटने वाली हवा से निजात पाने के लिए पर्यटक लोग बड़ी संख्या में हिमाचल प्रदेश का रुख कर रहे हैं. हिमाचल के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड़ भी देखी जा रही है. दिल्ली से शिमला घूमने पहुंचे पर्यटक अशोक अग्रवाल ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जहां दिल्ली में सांस लेने तक मुश्किल है. वहीं, शिमला आकर बिलकुल अलग महसूस हो रहा है. यहां की हवा साफ और वातावरण भी शांत है. अगली बार में जब घूमने के लिए आएंगे, तो पूरे परिवार को साथ लेकर पहुंचेंगे. गुरुग्राम से पूरे परिवार के साथ घूमने आए आशुतोष शर्मा और उनकी धर्मपत्नी राखी शर्मा ने बताया कि शिमला आकर उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. यहां की आबोहवा बिलकुल साफ है. इसके बाद वे घूमने के लिए कुल्लू-मनाली जाएंगे. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि हिमाचल के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करें.


क्या होता है एक्यूआई, कैसे करता काम?


एयर क्वालिटी इंडेक्स या फिर हिंदी में कहें तो वायु गुणवत्ता सूचकांक, यह दरअसल एक नंबर होता है. इसके जरिए हवा का गुणवत्ता पता लगाया जाता है. साथ इसके जरिए भविष्य में होने वाले प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है. हर देश का एयर क्वालिटी इंडेक्स वहां मिलने वाले प्रदूषण कारकों के आधार पर अलग-अलग होता है. भारत में एक्यूआई को मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरनमेंट, फॉरेस्ट और क्लाइमेट चेंज ने लॉन्च किया. इसे 'एक संख्या, एक रंग, एक विवरण' के आधार पर लॉन्च किया गया था. दरअसल, देश में अभी बहुत बड़ी आबादी है जो शिक्षित नहीं है, इसलिए उन्हें प्रदूषण की गंभीरता को समझाने के लिए इसमें रंगों को भी शामिल किया गया.


कैसे तय होता है कि हवा साफ है?


एक्यूआई को इसकी रीडिंग के आधार पर छह कैटेगरी में बांटा गया है. 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.


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