'14 महीने में 135 करोड़ रुपये...', हिमाचल के CM सुखविंदर सुक्खू का BJP उम्मीदवार आशीष शर्मा पर निशाना
Himachal Assembly By Poll 2024: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आशीष शर्मा जनसेवक नहीं, ठेकेदार हैं. कांग्रेस की 14 महीने की सरकार में ही उन्होंने करोड़ों के ठेके ले लिए.
Himachal By-Election 2024: हिमाचल प्रदेश में तीन सीटों पर उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरा जोर लगा दिया है. दिलचस्प लड़ाई हमीरपुर में है. जहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी उम्मीदवार आशीष शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमीरपुर का बिका हुआ पूर्व विधायक बीते साल जुलाई से ही सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने में लगा था.
उन्होंने कहा, ''हमारे पास इसके सुबूत हैं, उसके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है. ऑपरेशन लोटस में आशीष शर्मा भी मुख्य सूत्रधार था. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, अनेक खुलासे होंगे. ठेकेदार आशीष शर्मा ने हमीरपुर जिला की खड्डों को खाली कर दिया है, बड़े पत्थर दिखते ही नहीं हैं. एक नाम से दो-दो क्रशर चला रहे हैं, उन्हें जनता के कामों से कोई लेना-देना नहीं है. वह क्रशर लगाने और टेंडर लेने की फाइलें उठाकर ही घूमते रहे. जनता के कामों की फाइलों को उठाकर मेरे पास आने का समय नहीं मिला.''
क्यों अहम है हमीरपुर सीट?
हिमाचल में तीन विधानसभा क्षेत्र में 10 जुलाई को उपचुनाव होने वाले हैं. ये चुनाव नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहे हैं. इस चुनाव के नतीजे 13 जुलाई को आएंगे. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला भी है.
वहीं, बीजेपी के लिहाज से देखा जाए, तो ये जिला पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का भी गृह जिला है. ऐसे में ये मुकाबला बेहद दिलचस्प बना हुआ है. निर्दलीय विधायक के तौर पर इस्तीफा देने के बाद आशीष शर्मा अब बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा के साथ है. प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार आशीष शर्मा पर हमला कर रहें हैं.
आशीष मेरे पास सिर्फ ठेके लेने आते थे- CM सुक्खू
हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर के निर्दलीय पूर्व विधायक आशीष शर्मा ठेकेदार हैं. वो कोई जनसेवक नहीं हैं. उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार में 50 करोड़ रुपये का काम किया. कांग्रेस की 14 महीने की सरकार में 135 करोड़ रुपये के ठेके ले लिए. विधायक रहते हुए वो मुख्यमंत्री से टेंडर मांगते रहे और लोगों से कहा कि मुख्यमंत्री काम नहीं कर रहे. निर्दलीय पूर्व विधायक लालची और अहंकारी व्यक्ति हैं. उनकी नियत में खोट है, इसलिए वो बीजेपी के हाथों बिक गए हैं.