Himachal Pradesh EVM News: 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Assembly Election) की सभी 68 सीटों के लिए मतदान हुए. शनिवार देर रात शिमला (Shimla) जिले की रामपुर विधानसभा क्षेत्र (Rampur Assembly Constituency) में एक निजी वाहन में ईवीएम (EVM) ले जाने का मामला सामने आया. इस मामले में अब चुनाव आयोग (Election Commission) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बूथ नंबर-49 दत्तनगर में तैनात 6 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है. यह निलंबन चुनावी ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में किया गया है. चुनाव आयोग ने जगत राम, राजेश कुमार, इंद्र पाल, प्रदीप कुमार, गोवर्धन सिंह और विपिन को सस्पेंड किया है.

 

गौरतलब है कि शनिवार को रामपुर विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग पूरी होने के बाद एक निजी वाहन में ईवीएम मशीन देखी गई. निजी गाड़ी में ईवीएम मशीन को देखते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया. कुछ देर तक हंगामा होता रहा. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला. हिमाचल कांग्रेस ने मामले की शिकायत चुनाव आयोग को दी. इसी मामले में कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए छह कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.

 


 

क्या कहते हैं नियम?

चुनाव आयोग के नियम कहते हैं कि वोटिंग पूरी होने के बाद बूथ लेवल एजेंट के सामने ईवीएम को सील कर अधिकृत वाहनों में ही स्ट्रांग रूम तक पहुंचाया जाता है. इस दौरान वोटिंग करा रही पूरी टीम को साथ रहना होता है. ईवीएम और वीवीपैट को स्ट्रॉन्ग रूम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रीसाइडिंग ऑफिसर के साथ चुनाव अधिकारी की होती है. इनकी सुरक्षा के लिए हर बूथ पर दो पुलिसकर्मी भी तैनात किए जाते हैं. बूथ पर वोटिंग कराने वाले अधिकारियों को स्ट्रांग रूम में तैनात अधिकारियों को ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षा के साथ तो अपनी होती है. स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ 24x7 वेबकास्टिंग की जाती है. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती 8 नवंबर को होगी.