Himachal Pradesh BJP and Congress Rally: सीटों के लिहाज से भले ही हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) छोटा राज्य हो, लेकिन कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) ने यहां जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी जान झोंक दी. गुरुवार शाम 5 बजे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) के लिए प्रचार थम गया. 14 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद बीजेपी ने 145, जबकि कांग्रेस ने करीब 70 रैलियां कीं.

 

इन रैलियों में केंद्र और राज्य स्तर के नेताओं ने जनता को अपनी तरफ लाने की भरपूर कोशिश की. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र और बीजेपी लोकप्रीय चेहरे नरेंद्र मोदी ने चुनाव की घोषणा के बाद चार रैलियां कीं. इसी तरह कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 4 रैलियों को संबोधित किया. इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, महिला बाल और विकास मंत्री स्मृति ईरानी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत कई बड़े नेताओं ने प्रचार में अपनी पूरी जान झोंक दी.

 

कांग्रेस में प्रियंका गांधी ने संभाली प्रचार की कमान

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी प्रदेश भर के अलग-अलग इलाकों में जाकर जनसभा को संबोधित किया. यूपी विधानसभा चुनाव के बाद प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी भी अपने कंधे पर ली. प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में चार बड़ी रैलियों को संबोधित किया. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ता और जनता प्रचार में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का इंतजार करते रहे, लेकिन वे प्रचार में नजर नहीं आए. इसके अलावा सचिन पायलट ने भी हिमाचल प्रदेश में एक के बाद एक 16 रैलियां कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल लाने की कोशिश की.

 


 

प्रतिभा सिंह ने 47 रैलियों को किया संबोधित

हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खरगे ने भी शिमला और नालागढ़ में दो रैलियों को संबोधित किया. उन्होंने राजधानी में मीडिया से रूबरू होकर प्रदेश की रिपोर्ट लेने की भी कोशिश की. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मृत्यु के बाद उपचुनाव में सांसद और हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष बनी प्रतिभा सिंह ने भी प्रदेश भर में 47 रैलियों को संबोधित किया. हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और कांग्रेस की प्रवक्ता अलका लांबा ने भी प्रदेश भर के अलग-अलग इलाकों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिमाचल कांग्रेस की गारंटी और प्रतिज्ञा पत्र को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की.

 

आम आदमी पार्टी ने हिमाचल से बनाई दूरी

फरवरी महीने में पंजाब में सरकार बनाने के बाद आप ने हिमाचल प्रदेश में धुआंधार एंट्री की, लेकिन समय के साथ पार्टी हिमाचल प्रदेश से अपना ध्यान छोड़ गुजरात की ओर लगाती नजर आई. पहले पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या और फिर आप के प्रभारी सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी ने पार्टी को हिमाचल में बड़ा झटका दिया. आप पहले कांग्रेस और बीजेपी के समीकरण बिगाड़ती नजर आ रही थी. वह अचानक लड़ाई से गायब होती नजर आई. चुनाव प्रचार के दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोलन में रैली और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पालमपुर में एक रोड शो किया. इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का नालागढ़ में रोड शो होना था, लेकिन वह भी पूर्व सैनिकों के विरोध के चलते नहीं हो सका.

 

12 नवंबर को होगा मतदान

हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सभी 68 सीटों के लिए एक चरण ही में मतदान होना है. 12 नवंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके बाद नेताओं और प्रदेश की जनता को करीब चुनाव के नतीजों के लिए करीब 26 दिन का लंबा इंतजार करना होगा. हिमाचल प्रदेश के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे.