Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश की राजनीति का जिक्र पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के जिक्र के बिना अधूरा है. भले ही वीरभद्र सिंह के कद का नेता प्रदेश में न हुआ हो, लेकिन बेटे विक्रमादित्य सिंह की लोकप्रियता भी कम नहीं है. विक्रमादित्य सिंह अक्सर पार्टी लाइन से हटकर बात करते नजर आते हैं. विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'एक भारतीय होने के नाते मुझे यह तस्वीर देखकर गर्व हो रहा है. विचारधारा अलग है और मुद्दों पर पूर्ण विरोध भी करेंगे. मगर जब देश हित की बात होगी अंतरराष्ट्रीय मंच पर होगी. तब हम प्रधानमंत्री के साथ खड़े हैं. जय श्री राम.'
'सबका साथ, सबका विकास' के नारे का भी करते हैं इस्तेमाल
हिमाचल कांग्रेस के महासचिव विक्रमादित्य सिंह अक्सर भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक नारे 'सबका साथ, सबका विकास' का भी इस्तेमाल करते नजर आते हैं. अमूमन जय श्री राम के नारे को भी भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़कर देखा जाता है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह के सोशल मीडिया के साथ रैलियों में भी जय श्रीराम के नारे लगते नजर आते हैं. इस पर विक्रमादित्य सिंह का तर्क है कि जय श्रीराम के नारे पर किसी पार्टी विशेष का अधिकार नहीं है. अपने पिता वीरभद्र सिंह को याद करते हुए विक्रमादित्य सिंह कहते हैं कि वीरभद्र सिंह वह शख्सियत हैं, जिन्होंने प्रदेश में सबसे पहले धर्मांतरण कानून लाया और अयोध्या में राम मंदिर बनाने का भी स्वागत किया. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद ने भी खुले मंच से वीरभद्र सिंह की तारीफ की थी.
विक्रमादित्य सिंह को बीजेपी में लाने की हुई भरपूर कोशिश
हिमाचल बीजेपी ने विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस से बीजेपी में लाने की भी कई कोशिश की. कई बार यह कोशिश नेपथ्य में तो कई बार खुले मंच से हुई. 18 अप्रैल 2022 को तो शिमला ग्रामीण स्थित शोघी के सरकारी स्कूल के एक अधिकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य सिंह को खुलेआम बीजेपी में आने का न्योता दिया था. दरअसल, हुआ यूं था कि एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. प्रोटोकोल के मुताबिक स्थानीय विधायक विक्रमादित्य सिंह इस कार्यक्रम में पहुंचे. मंच पर स्वागत के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और विक्रमादित्य सिंह के साथ अन्य नेता को एक बड़ी माला पहनाई गई. इसके बाद जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का संबोधन शुरू हुआ, तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मजाकिया अंदाज में कहा कि 'यह अच्छे आदमी हैं. कुछ अच्छे आदमी उस तरफ भी हैं. जब माला पहन रहे थे तो मैंने सोचा, अब एक माला में तो आ गए इसलिए अब साथ भी आ जाना चाहिए.' हालांकि बाद में इसे विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से हल्के माहौल में किया गया मजाक बताया था.
बीजेपी में आने से खुलेआम इनकार
हिमाचल कांग्रेस के युवा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह कई बार खुले मंच से बीजेपी में जाने की बात को खुलेआम नकार चुके हैं. विक्रमादित्य सिंह खुद को सच्चा कांग्रेस के सिपाही बताते हैं. विक्रमादित्य सिंह कहते हैं कि वह कांग्रेस में ही पैदा हुए और कांग्रेस के लिए ही जीवन भर काम करेंगे.
होली लॉज के बीजेपीई होने से क्या फायदा?
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जीवित रहते उनका निजी आवास होली लॉज हमेशा से ही सत्ता का केंद्र बना रहा. उनकी मृत्यु के बाद उनकी धर्मपत्नी को हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने से कांग्रेस की सत्ता का केंद्र हॉल लोज बना हुआ है. ऐसे में बीजेपी की यह कोशिश रही कि अगर प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह बीजेपी में शामिल करा लिया जाए, तो इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी. हालांकि प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह तो बीजेपी में नहीं आए, लेकिन उनके करीबी हर्ष महाजन को बीजेपी अपने साथ मिलाने में सफल रही.