(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal Pradesh Election: हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग की प्लानिंग शुरू, चुनाव आयोग ने किए ये इंतजाम
HP Election 2022: चुनाव आयोग की ओर से मतगणना कर्मियों को मतगणना से पहले 2 बार ट्रेनिंग दी जाएगी. मतगणना के दिन सुबह 9 बजे से पहले अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के रुझान आना भी शुरू हो जाएंगे.
Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. 8 दिसंबर को प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने हैं. मतगणना के लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. चुनाव आयोग की ओर से मतगणना कर्मियों को मतगणना से पहले 2 बार ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ट्रेनिंग 3 दिसंबर और 7 दिसंबर को होगी. मतगणना में पहले पोस्टल बैलट गिने जाएंगे. इसके बाद ईवीएम से काउंटिंग शुरू होगी. सुबह 9 बजे से पहले अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के रुझान आना भी शुरू हो जाएंगे. संभावना है कि सुबह 11 बजे तक कुछ हद तक तस्वीर साफ हो जाए.
मतगणना के लिए चुनाव आयोग के व्यापक प्रबंध
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए होने जा रही मतगणना के लिए चुनाव आयोग ने व्यापक प्रबंध किए हैं. सभी अलग-अलग 68 विधानसभा क्षेत्रों में भारी सुरक्षा के बीच मतगणना होगी. मतगणना के लिए कम से कम आठ और अधिकतम 14 टेबल लगाए जाएंगे. मतगणना के दौरान कम से कम 10 जबकि अधिकतम 18 राउंड होंगे. मतगणना की शुरुआत सुबह 8 बजे पोस्टल बैलट की गिनती के साथ होगी. प्रदेश भर में पोस्टल बैलेट के जरिए 1.40 लाख वोट पड़े हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग का कहना है कि शांतिपूर्ण चुनाव की तरह ही प्रदेश में शांतिपूर्ण मतगणना भी होगी. चुनाव आयोग इसके लिए पूरी तरह तैयार है.
मतदान और मतगणना के बीच अंतर ने बढ़ाई नेताओं की धुकधुकी
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान संपन्न हो चुका है. 8 दिसंबर को आने वाले नतीजों के लिए नेताओं को करीब 26 दिन का लंबा इंतजार करना पड़ा रहा है. ऐसे में इंतजार कर रहे इन नेताओं की धुकधुकी भी बढ़ी हुई है. सभी प्रत्याशी बूथ स्तर से अपनी रिपोर्ट कार्यकर्ताओं के जरिए हासिल कर चुके हैं. नेता अपनी-अपनी जीत का दावा भी कर रहे हैं, लेकिन अंदरखाते सभी आने वाले नतीजों को लेकर चिंता में हैं. इन दिनों नेताओं के साथ प्रदेश की जनता को भी 8 दिसंबर को आने वाले नतीजों का इंतजार है. 8 दिसंबर का दिन हिमाचल प्रदेश के इतिहास में भी लिखा जाएगा. क्योंकि इस दिन ही तय होगा कि प्रदेश में इस बार रिवाज बदल रहा है या राज.