Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के बाद नेता अलग-अलग ढंग से अपना समय बिताते नजर आ रहे हैं. जिला मंडी की द्रंग विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी और कांग्रेस के कद्दावर नेता कौल सिंह ठाकुर चुनावी थकान मिटाने शिमला पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से भी मुलाकात की. वीरभद्र सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे कौल सिंह ठाकुर ने दावा किया कि इस बार प्रदेश में हुआ रिकॉर्ड मतदान सत्ता के खिलाफ हुआ है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के 45 से 50 सीट सीट जीतने का दावा किया और बीजेपी को 15 से 20 सीटों पर सिमट कर रह जाने की बात कही. कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि जनता ने सरकार के रवैए से परेशान होकर मतदान किया है.
क्या कौल सिंह ठाकुर मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं शामिल?
हिमाचल कांग्रेस में मुख्यमंत्री की सूची में शुमार नेताओं की लाइन बहुत लंबी है. कौल सिंह के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सबसे वरिष्ठ हैं. आठ बार विधायक रहे, मंत्री पद पर रहे और दो बार पार्टी अध्यक्ष रहे लेकिन मुख्यमंत्री चुनना आलाकमान के हाथ में है. उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी बार जीता विधायक भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखता है. हालांकि मुख्यमंत्री पद पर पहुंचने की इच्छा के सवाल पर कौल सिंह ठाकुर कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहने से बचते नजर आए, लेकिन उनके मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पहले ही जगजाहिर है.
बीजेपी में है तानाशाही- कौल सिंह
हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी को तानाशाह करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जमकर तानाशाही की जाती है. उत्तराखंड में हारे हुए प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी को बिना विधायकों की मंजूरी के मुख्यमंत्री बना दिया गया. इसी तरह गुजरात में अचानक से मुख्यमंत्री समेत सारा मंत्रिमंडल बदल दिया गया. यह खुलेआम तानाशाही का सबूत है. कौल सिंह ठाकुर ने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश की जनता ने भी इस बार कुशासन, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ मतदान किया है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सत्ता में वापस आने का दावा भी ठोका.