Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जो लोगों के बीच जाकर उनसे वोट तो मांग रहे हैं, लेकिन वे खुद अपना मत नहीं डाल पाएंगे. फतेहपुर विधानसभा सीट (Fatehpur Assembly Seat) से बीजेपी (BJP) प्रत्याशी राकेश पठानिया (Rakesh Pathania) भी उनमें से एक है. ऐसा इसलिए है कि वे कांगड़ा (Kangra) के नूरपुर (Noorpur) से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन चुनाव फतेहपुर सीट से लड़ रहे हैं. इसकी वजह से राकेश पठानिया आपना वोट नहीं डाल पाएंगे.
इसके बाद एक और बीजेपी प्रत्याशी का नाम है. कांगड़ा के ज्वालामुखी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी रविंद्र रवि भी वोट नहीं कर पाएंगे. रविंद्र रवि का देहरा में वोट है, जबकि वे चुनाव ज्वालामुखी सीट से लड़ रहे हैं. बीजेपी के एक और प्रत्याशी सुरेश भारद्वाज भी इस सूची में शामिल हैं. कसुम्पटी से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश भारद्वाज का वोट शिमला शहर में है. इसकी वजह से वे भी वोट नहीं कर पाएंगे.
प्रतिभा सिंह अपने बेटे को नहीं डाल पाएंगी वोट
इस सूची में कांग्रेस प्रत्याशी का भी नाम है. कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह का रामपुर में वोट है. वहीं वे शिमला ग्रामीण से चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में विक्रमादित्य सिंह भी वोट नहीं कर पाएंगे. यही नहीं उनकी मां और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी बेटे विक्रमादित्य सिंह को वोट नहीं डाल पाएंगी. उनका नाम भी रामपुर की मतदाता सूची में है. इस बीच एक प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिनकी सीट बदली गई है, लेकिन वे वोट कर पाएंगे. बीजेपी ने रमेश धवाला को ज्वालामुखी की बजाय देहरा से चुनाव मैदान में उतारा है, लेकिन उनका वोट पहले से ही इस विधानसभा क्षेत्र में हैं. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वोटिंग होगी.