Himachal Politics: विपक्ष के हमलों के बीच कांग्रेस की अहम बैठक, सवालों का जवाब देने के लिए तैयार होगी रणनीति
Assembly Monsoon Session:हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरु होने जा रहा है. जहां विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है,तो वहीं सरकार हर सवालों के जवाब देने की रणनीति तैयार कर ली है.
Congress Legislature Party Meeting: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून 18 सितंबर यानी आज से शुरू होने जा रहा है. विधानसभा के पहले दिन की कार्यवाही दोपहर दो बजे शुरू होगी. इससे पहले विपक्ष ने सरकार को घेरने की नीति तैयार कर ली है. सरकार भी विपक्ष के हर सवाल का माकूल जवाब देने के लिए तैयार नजर आ रही है. विधानसभा के मानसून सत्र की पहले दिन की बैठक से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक सुबह 11 होगी. बैठक की अध्यक्षता सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे. यह बैठक हिमाचल प्रदेश विधानसभा के परिसर में ही होगी.
विपक्ष के सवालों का जवाब देगी सरकार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्यों में सरकार की कमी को सदन में उजागर करने की तैयारी कर चुकी है. बीजेपी का आरोप है कि राहत कार्य में कांग्रेस सरकार ने भाई-भतीजावाद फैलाया. यही नहीं, सरकार ने टेंडरिंग में भी अपनों को ही फायदा देने का काम किया है. विपक्षी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे उठाकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी अपने मंत्रियों को हर जवाब देने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है. सीएम पहले ही कह चुके हैं कि सरकार हर सवाल का जवाब विधानसभा में देगी. इसके अलावा सरकार इस नीति पर भी कम कर रही है कि विधानसभा से पास होने वाले सरकारी प्रस्ताव पर बीजेपी का भी समर्थन लिया जाए. दरअसल, कांग्रेस सरकार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के इस सत्र में एक प्रस्ताव पारित करने जा रही है. इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार से हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की जाएगी.
दोपहर दो बजे शुरू होगी कार्यवाही
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही दोपहर दो बजे शुरू होगी. यह सत्र 25 सितंबर तक चलना है. हिमाचल प्रदेश में आई आपदा की वजह से विधानसभा का मानसून सत्र करीब एक महीने की देरी से हो रहा है. इस सत्र में कुल सात बैठक प्रस्तावित हैं. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही 75 घंटे तक चली थी और उत्पादकता 94 फ़ीसदी तक थी. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की कोशिश रहेगी कि हिमाचल के मानसून सत्र की उत्पादकता और भी अधिक बेहतर हो.