हिमाचल प्रदेश में कोरोना वॉरियर्स को क्या मिलेगा दोबारा रोजगार? सदन में सरकार ने दिया ये जवाब
Himachal Pradesh Assembly Winter Session: सत्तापक्ष के सदस्य और शाहपुर विधायक केवल सिंह पठानिया ने सदन में कोरोना वॉरियर्स का मुद्दा उठाया था. सरकार की तरफ से लिखित जानकारी दी गई.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कोरोना वॉरियर्स के लिए अच्छी खबर नहीं है. राज्य सरकार दोबारा रोजगार देने का विचार नहीं रखती है. सत्तापक्ष के सदस्य और शाहपुर विधायक केवल सिंह पठानिया ने सदन में कोरोना वॉरियर्स का मुद्दा उठाया था. शनिवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही का आखिरी दिन है. अतारांकित प्रश्न- 1049 के उत्तर में राज्य सरकार ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स को दोबारा रोजगार देने का विचार नहीं है.
केवल सिंह पठानिया ने पूछा था-"क्या सरकार कोरोना वॉरियर्स को पुनर्नियुक्त करने का विचार रखती है?" लिखित जवाब में बताया गया कि सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग में निजी एजेंसियों से कुशल प्रशिक्षण प्राप्त कुछ कर्मचारियों को अनुबंध आधार पर नियुक्त किया था. आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं 30 सितंबर 2023 के बाद निरस्त कर दी गई. निरस्त करने का आदेश 25 अगस्त 2023 को आया था. अब राज्य सरकार दोबारा कोरोना वॉरियर्स को रोजगार देने का विचार नहीं रखती है.
शीतकालीन सत्र की कार्यवाही का आज आखिरी दिन
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर को शुरू हुआ था. शनिवार को चौथी बैठक के बाद शीतकालीन सत्र खत्म हो जाएगा और विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होगी. शीतकालीन सत्र के बाद बजट सत्र फरवरी और मार्च महीने में आयोजित होगा. हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र परंपरा अनुसार हर साल धर्मशाला के तपोवन में होता है. वहीं बजट सत्र और मानसून सत्र शिमला स्थित विधानसभा में आयोजित किया जाता है.
बता दें कि इससे पहले रोजगार के मुद्दे पर सरकार की तरफ से बड़ा दावा किया गया. विधायक दीपराज और जीतराम कटवाल के पूछे गए सवाल पर जानकारी दी गई कि बीते डेढ़ साल में 31 जुलाई, 2024 तक 34 हजार 980 लोगों को रोजगार मिला. सरकार की तरफ से रोजगार सरकारी और निजी क्षेत्र में मुहैया कराए गए.
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