Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Himachal Pradesh Assembly Winter Session) 19 दिसंबर से शुरू होगा. इस सत्र में पांच बैठक होनी प्रस्तावित हैं. यह सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा. हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र पांच दिनों तक चलेगा. इस सत्र में निजी कार्य दिवस भी शामिल है. हर बार की तरह इस बार भी हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला स्थित तपोवन में होगा. हिमाचल प्रदेश में दो विधानसभा हैं. शिमला स्थित विधानसभा में बजट सत्र और मानसून सत्र होता है, जबकि शीतकालीन सत्र धर्मशाला में आयोजित किया जाता है. इससे पहले विधानसभा का शीतकालीन सत्र जनवरी 2023 में आयोजित हुआ था.


हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान इस बार सुरक्षा-व्यवस्था पहले के मुकाबले और भी ज्यादा चाक-चौबंद होगी. हाल ही में संसद में हुई घटना के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा में होने वाले इस सत्र को लेकर सरकार भी प्रो-एक्टिव नजर आ रही है. हिमाचल प्रदेश सरकार में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि सत्र के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था का खास ध्यान रखा जाएगा. कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बावजूद संसद में हुई घटना के बाद हिमाचल सरकार इसे लेकर अतिरिक्त एहतियात बरत रही है. विधानसभा सचिवालय ने भी इसे लेकर तैयारियां पूरी की हुई हैं.


हिमाचल में दो विधानसभा की आखिर क्या है वजह?


हिमाचल प्रदेश 75 लाख की जनसंख्या वाला छोटा-सा पहाड़ी प्रदेश है. बावजूद इसके यहां दो विधानसभा हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर छोटे प्रदेश में दो विधानसभा की जरूरत क्या है? पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में दो विधानसभा के पीछे की वजह सीधे तौर पर राजनीतिक है. पहाड़ी प्रदेश में अमूमन ऊपरी और निचले हिमाचल की राजनीति देखने को मिलती रही. तत्कालीन वीरभद्र सरकार ने इस राजनीति को साधने के लिए ही धर्मशाला में विधानसभा बनवाई. तब से लेकर अब तक हर बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला में ही होता रहा है. तपोवन विधानसभा में साल भर के दौरान केवल एक बार ही सत्र होता है और इसमें करोड़ों रुपये खर्च हो जाते हैं.


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