Himachal Pradesh Board 12th Result 2024: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है. हर बार की तरह इस बार भी इस रिजल्ट में बेटियों का ही बोलबाला है. जिला शिमला के घणाहटी इलाके की रहने वाली भावना ने बारहवीं की परीक्षा परिणाम में दसवां रैंक हासिल किया है. भावना घणाहटी इलाके के इचाशेर रहने वाली हैं. वह एक साधारण और गरीब परिवार से संबंध रखती हैं. उनके पिता चुन्नी लाल मल्टी टास्क कर्मी के पद पर हैं, जबकि मां मीरा देवी गृहणी हैं. भावना ने घणाहटी के सरकारी स्कूल से पढ़ाई पूरी की है.


भावना ने राज्य में दसवां रैंक किया हासिल


बारहवीं की परीक्षा में राज्य में दसवां रैंक हासिल करने वाली भावना रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई करती हैं. परीक्षा के दौरान हुए रोजाना करीब 11 घंटे तक पढ़ती थीं. भावना का पसंदीदा विषय संस्कृत है और वे अपना भविष्य शास्त्री के तौर पर ही बनना चाहती हैं. भावना संस्कृत विषय की अध्यापिका बनने का सपना रखती हैं. एबीपी न्यूज़ के साथ खास बातचीत में भावना ने बताया कि इतिहास की अध्यापिका हेमंती पन्नू उनकी सबसे पसंदीदा टीचर हैं. उन्होंने बताया कि अच्छे अंक हासिल करने के लिए सेल्फ स्टडी, शंकाओं को दूर करना और सिलेबस का बार-बार रिवीजन करना बेहद जरूरी है. उन्होंने भी ऐसा ही करते हुए परीक्षा में 484 अंक हासिल किए.


इतिहास विषय में हासिल किए 99 अंक


भावना ने इतिहास में 99, संस्कृत में 96, हिंदी में 97, शारीरिक शिक्षा में 97 और अंग्रेजी विषय में 95 अंक हासिल किया. भावना की एक बड़ी बहन शालिनी भी हैं, जो शिमला के कोटशेरा कॉलेज में पढ़ाई करती हैं. भावना ने दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में भी 700 में से 666 अंक हासिल किए थे. भावना ग्रामीण परिवेश से संबंध रखती हैं और रोजाना स्कूल जाने से पहले घर के काम में भी अपनी मां की मदद करती हैं. भावना ने बताया कि जब उन्होंने टॉपर की सूची में अपना नाम सुना, तो पहले उन्हें विश्वास नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने बोर्ड की वेबसाइट पर देखा, तो उनका नाम टॉपर की लिस्ट में शामिल था. इसके बाद से ही उनके घर पर खुशी का माहौल है.


'घर पर लक्ष्मी नहीं, सरस्वती स्वरूपा बेटी ने लिया जन्म'


भावना के पिता चुन्नी लाल और मां मीरा देवी ने बताया कि उन्होंने हमेशा ही अपनी बेटियों को आगे बढ़ाने की शिक्षा दी है. उन्हें बेटियों ने कभी बेटे की कमी महसूस नहीं होने दी. उनकी बेटियां बेटों से बढ़कर ही काम कर रही हैं. पिता चुन्नी लाल ने कहा कि उनके घर पर बेटी ने लक्ष्मी स्वरूप में नहीं, बल्कि सरस्वती स्वरूप में जन्म लिया है. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले वक्त में भी उनकी दोनों बेटी भावना और शालिनी उनका नाम रोशन करेंगी. उन्हें अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है.


ये भी पढ़ें- Bank Holidays in Himachal: मई महीने में लगातार इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, वक्त रहते निपटा लें जरूरी काम