Himachal Budget 2023: कर्ज के तले दबे हिमाचल में बजट का 29% हिस्सा विकास पर होगा खर्च, कितना है राजस्व का घाटा?
Himachal Budget Session: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साल 2023-24 के लिए 53 हजार 413 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. राज्य पर 75,000 करोड़ का भारी कर्ज, जिसे चुकाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है.
HP Budget Session 2023: करीब 75 हजार करोड़ के कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) का सिर्फ 29 फ़ीसदी हिस्सा ही विकास के कामों में खर्च हो सकेगा. साल 2023-24 के बजट के मुताबिक प्रति 100 रुपए में से वेतन पर 26 रुपए, पेंशन पर 16 रुपए, ब्याज और ऋण की अदायगी पर 10-10 और स्वायत्त संस्थानों के लिए ग्रांट पर 9 रुपए खर्च होंगे, जबकि पूंजीगत विकास के लिए सिर्फ 29 रुपए ही शेष रह जाएंगे.
राजस्व घाटा 4 हजार 704 करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साल 2023-24 के लिए 53 हजार 413 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है. साल 2023-24 में राजस्व प्राप्तियां 37 हजार 999 रहने का अनुमान है. इसके अलावा कुल राजस्व व्यय 42 हजार 704 करोड़ रुपए अनुमानित है. इस तरह कुल राजस्व घाटा 4 हजार 704 करोड़ रुपए होने का अनुमान है. इसके अलावा राजकोषीय घाटा 9 हजार 900 करोड़ रुपए अनुमानित है, जो प्रदेश की GDP का 4.61 फ़ीसदी हिस्सा है.
साल 2022-23 के बजट की क्या थी स्थिति
यदि साल 2022-23 के बजट को सौ रुपए के मानक पर देखा जाए, तो हिमाचल के बजट का बड़ा हिस्सा सरकारी कर्मियों के वेतन व पेंशन पर खर्च हो रहा था. सरकारी कर्मियों के वेतन पर सौ रुपए में से 25.31 रुपए, पेंशन पर 14.11 रुपए खर्च किए जा रहे थे. इसके अलावा हिमाचल को ब्याज अदायगी पर 10 रुपए, लोन की अदायगी पर 6.64 रुपए चुकाने पड़ रहे थे. इसके बाद सरकार के पास विकास के लिए 43.94 रुपए ही बच रहे थे. इस साल विकास के कार्यों के लिए खर्च होने वाले बजट में 15 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है.
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