Himachal Pradesh Budget Session 2023: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu ) ने सियासी स्ट्रोक चलकर नाराज विधायक रवि ठाकुर (Ravi Thakur) के मोर्चे को शांत करने की कोशिश की है. अपने इलाके में अधिकारियों की नियुक्ति न होने के चलते नाराज हुए रवि ठाकुर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विधानसभा सत्र के पहले दिन अपनी गाड़ी में लेकर पहुंचे. इससे पहले सोमवार को नाराज विधायक रवि ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को इशारों-इशारों में अनुभवहीन बताया था.
मुख्यमंत्री के साथ उनकी निजी ऑल्टो कार में विधानसभा पहुंचने के बाद नाराज विधायक के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. अब विधायक रवि ठाकुर का कहना है कि वो मुख्यमंत्री से नाराज नहीं हैं. उन्होंने केवल अपनी मांग को मुख्यमंत्री के सामने रखा था. रवि ठाकुर ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश की गई. विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू अकेले ही विधायक से सीधा मुख्यमंत्री बनने वाले नेता नहीं है. इसी तरह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar ) भी मुख्यमंत्री बने. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को भी पहले सांसद बनने का अनुभव नहीं था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अच्छा काम कर रहे हैं. उन्हें इससे कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने केवल अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखा था.
विधायक रवि ठाकुर बोले- CM सुक्खू के पास 20 साल का अनुभव
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अनुभवी नेता हैं. उन्हें विधायक के तौर पर 20 साल का अनुभव है. रवि ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर उन्हें बीजेपी के साथ खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. वह मुख्यमंत्री सुक्खू की कार्यप्रणाली से पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही एसडीएम केलांग के पद पर नियुक्ति हो रही है. अन्य खाली पड़े पदों को भी जल्द भर लिया जाएगा. एक बार बटन दबाकर सारे काम साथ नहीं किए जा सकते. रवि ठाकुर ने कहा कि सदन में कांग्रेस के 40 विधायक हैं और यह सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी.
इससे पहले लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने उनकी मांग न सुने जाने को लेकर हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को पत्र लिखा था. सोमवार को उन्होंने राजभवन के बाहर एक बयान दिया. इस बयान में रवि ठाकुर ने कहा था कि जिस तरह नए बच्चे के दांत आने में समय लगता है, उसी तरह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी कार्यप्रणाली समझने में वक्त लगेगा. उन्होंने इशारे-इशारे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अनुभवहीन करार दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री के इस सियासी स्ट्रोक के बाद रवि ठाकुर एक बार फिर पार्टी लाइन में खड़े हुए नजर आ रहे हैं.
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