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Himachal News: 10 सीट पर जीत दिलाने वाले कांगड़ा को मिला सिर्फ एक मंत्री, तीसरे CM के साथ मिनिस्टर के तौर पर काम करेंगे चंद्र कुमार
Himachal Pradesh News: साल 1977 में चौधरी चंद्र कुमार पहली बार विधायक के तौर पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद चौधरी चंद्र कुमार ने साल 1982 में जीत हासिल की.
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Chaudhary Chandra Kumar Profile: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार (Congress Government) का रविवार को मंत्रिमंडल विस्तार हो गया. सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 7 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. वहीं कांगड़ा (Kangra) के कुल 15 में से 10 सीट पर कांग्रेस को जीत मिलने के बाद भी जिले को सिर्फ एक ही मंत्री मिला है. जवाली विधानसभा क्षेत्र (Jawali Assembly Seat) से विधायक चौधरी चंद्र कुमार कैबिनेट मंत्री बने हैं.
79 साल के चौधरी चंद्र कुमार का जन्म 8 मई, 1944 को जिला कांगड़ा के जवाली में हुआ था. चंद्र कुमार ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. चौधरी चंद्र कुमार के बेटे नीरज भारती भी साल 2012 में इसी सीट से विधायक रह चुके हैं. चौधरी चंद्र कुमार को पिछड़े तबकों की समस्याओं को सुलझाने और उनके उत्थान के लिए जाना जाता है. चौधरी चंद्र कुमार ने अपने जीवन की शुरुआत बतौर शिक्षक की थी. वह शिमला के मशहूर सेंट बीड्स कॉलेज में भूगोल के शिक्षक रहे हैं.
साल 1977 में लड़ा था पहला विधानसभा चुनाव
साल 1977 में चौधरी चंद्र कुमार पहली बार विधायक के तौर पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद चौधरी चंद्र कुमार ने साल 1982 और साल 1985 में बतौर विधायक जीत हासिल की. साल 1990 के चुनाव में चौधरी चंद्र कुमार को एक बार फिर हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन चंद्र कुमार ने वापसी करते हुए साल 1993, साल 1998 और साल 2003 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की.
साल 1993 में पहली बार कैबिनेट मंत्री बने थे चौधरी चंद्र कुमार
कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार 1982 से 1985 तक हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. साल 1984-85 में चंद्र कुमार उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य के उप मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने साल 1985 से साल 1989 तक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर कर काम किया है. साल 1989-90 में विभाग बदलकर उन्हें बागवानी कृषि और भाषा एवं संस्कृति विभाग के साथ का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया. साल 1993 में वे पहली बार कैबिनेट मंत्री बने और उन्हें आईपीएच के साथ तकनीकी शिक्षा के मंत्री का दायित्व सौंपा गया.
पहले दो मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं चंद्र कुमार
चौधरी चंद्र कुमार इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री रामलाल ठाकुर और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ काम कर चुके हैं. अब चौधरी चंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश के तीसरे मुख्यमंत्री के साथ काम करने जा रहे हैं. वे अकेले ऐसे कैबिनेट मंत्री हैं, जिनके पास प्रदेश के तीन मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का अनुभव होगा. साल 2004 में चौधरी चंद्र कुमार ने कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद के तौर पर भी जीत हासिल की थी. चौदहवीं विधानसभा में जीत हासिल करने के बाद चौधरी चंद्र कुमार अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कैबिनेट में भी शामिल हुए हैं. वे इस कैबिनेट में दूसरे सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं.
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