Cabinet Minister Rajesh Dharmani: साल 1972 में जन्मे घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. वह तीसरी बार विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं. साल 2007 और साल 2012 में जीतने के बाद साल 2017 में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. साल 2022 में एक बार फिर उन्होंने जीत हासिल की. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नेता के गृह जिला बिलासपुर में जीत हासिल करने वाले राजेश धर्माणी कांग्रेस के एक मात्र विधायक हैं. बिलासपुर का इलाका हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में आता है. इस लिहाज से भी उनका मंत्री बनना बेहद महत्वपूर्ण है.
धर्माणी का लंबा राजनीतिक अनुभव
राजेश धर्माणी ने एनआईटी हमीरपुर से बीटेक सिविल की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने एमबीए की शिक्षा भी ग्रहण की है. राजेश धर्माणी कांग्रेस समिति के सचिव, उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा वे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, जिला कांग्रेस समिति के सचिव, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और एनएसयूआई तकनीकी प्रकोष्ठ के संयोजक भी रहे हैं. साल 2007 से लेकर साल 2012 तक राजेश प्राक्कलन और मानव विकास समितियां के सदस्य रहे.
मुख्य संसदीय सचिव भी रहे राजेश धर्माणी
साल 2013 से लेकर साल 2017 तक वह वन विभाग के मुख्य संसदीय सचिव भी रहे हैं. दिसंबर 2022 में तीसरी बार विधायक चुने जाने के बाद उन्हें मानव विकास समिति के अध्यक्ष के तौर पर भी नामित किया गया. साथ ही वह लोक लेखा और ई-गवर्नेंस एवं सामान्य प्रयोजन समितियां के सदस्य भी नामित हुए हैं. इससे पहले जनवरी 2023 में जब मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था तो उसमें भी राजेश धर्माणी का नाम तय था, लेकिन अंतिम वक्त में उनका नाम सूची से बाहर हो गया. अब करीब एक साल के लंबे इंतजार के बाद राजेश धर्माणी का नाम दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में सामने आया है.
राजेश धर्माणी ने एबीपी न्यूज़ से क्या कहा?
एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत के दौरान राजेश धर्माणी ने कहा कि वह पूरी निष्ठा के साथ काम करेंगे. उन्होंने मंत्री पद दिए जाने पर केंद्रीय आलाकमान और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया. राजेश धर्माणी ने कहा कि उन्हें जो भी विभाग दिया जाएगा, उसका अध्ययन करने के बाद वह प्राथमिकताओं और जनहित के विकास के लिए काम करेंगे. राजेश धर्माणी ने कहा कि वे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के व्यवस्था परिवर्तन के नारे को लेकर आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि साल 2032 तक सरकार ने हिमाचल प्रदेश को देश भर का नंबर वन राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है.