Himachal Pradesh Disaster: हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की तीन अलग-अलग घटनाओं में भारी तबाही देखने को मिली है. राज्य के लोगों के सामने एक बार फिर वही तस्वीर आ गई है, जो साल 2023 में देखने को मिली थी. इन तस्वीरों को न तो कोई याद करना चाहता था और न ही कोई देखना चाहता था.


लेकिन, एक बार फिर राज्य में वैसे ही तस्वीर देखने को मिल रही हैं. बीते 36 घंटे की बात करें, तो हिमाचल प्रदेश में 61 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि 42 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है. राज्य में 47 लोग लापता हैं और अब तक छह लोगों की मौत हुई है. 






जिला कुल्लू के मलाणा में 25 लोग अब भी फंसे


हिमाचल प्रदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव धुनी चंद राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना में कुल्लू में एक और मंडी में पांच लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा कुल्लू में नौ, शिमला में 33 और मंडी में पांच लोग लापता हैं. इसके अलावा कुल्लू से 44, शिमला से 10 और मंडी से एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया. जिला कुल्लू के मलाणा में अब भी 25 लोगों के फंसे होने की जानकारी है. इनमें कुछ पर्यटक भी शामिल है. हालांकि यह लोग होटल में पूरी तरह सुरक्षित हैं और इन्हें शनिवार को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.


आपदा में छह मोटरेबल ब्रिज को नुकसान


हिमाचल प्रदेश में 22 पशुघर, छह मोटरेबल ब्रिज, 32 पैदल ब्रिज, छह दुकान, एक स्कूल, एक डिस्पेंसरी और तीन फिश फार्म को नुकसान हुआ है. इसके अलावा कुल्लू में 13 और शिमला में चार गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है.


हिमाचल प्रदेश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव धुनी चंद ने लोगों से अपील की है कि वह नदी-नालों के नजदीक न जाएं. इसके अलावा उन्होंने लोगों से वक्त-वक्त पर मौसम का अपडेट लेते रहने की भी अपील की है. मौसम के साथ अन्य जरूरी अपडेट के लिए आम लोग अपने स्मार्टफोन पर सचेत ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं. इस ऐप से लोगों को हर जरूरी जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है.


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