Himachal Rampur Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के रामपुर के तकलेच में शुक्रवार (16 अगस्त) की देर शाम बादल फटने की सूचना मिली है. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि सूचना मिलते ही एसडीएम रामपुर निशांत तोमर की अगुवाई में टीम को मौके के लिए रवाना किया गया. फिलहाल तकलेच क्षेत्र में एक जगह से करीब 30 मीटर सड़क के टूटने की वजह से मौके पर प्रशासन नहीं पहुंच सका.
वहीं नोगली में डीसी एसपी ने स्थिति का जायजा लिया. वहीं आज सुबह मौके के लिए टीमें रवाना हुई हैं, लेकिन अभी तक जान माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि तकलेच में विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई है. मौके पर भेजी गई टीम में डीएसपी रामपुर, नायब तहसीलदार, फील्ड स्टाफ, पुलिस कर्मी शामिल थे.
बता दें जिला शिमला और जिला कुल्लू के सीमावर्ती गांवों समेज में 31 जुलाई और 1 अगस्त की दरमियानी रात बादल फटने की घटना सामने आई थी. यहां इस घटना में 36 लोग लापता हो गए थे. यहां किसी को भी जिंदा नहीं बचाया जा सका था. कई लोगों के शव बरामद कर लिए गए, लेकिन अभी कई लोग लापता हैं. शुक्रवार को तकलेच में बादल फटने की घटना ने एक बार फिर राज्य सरकार के साथ जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है.
क्या होता है बादल फटना?
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगर एक जगह पर एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश होती है, तो इसे बादल फटना कहा जाता है. यह ठीक उसी तरह है जैसे पानी का गुब्बारा अगर कहीं पर फोड़ दिया जाए, तो अचानक से सारा पानी एक जगह गिर जाता है. इस घटना को बादल फटना कहा जाता है. जानाकारी के मुताबिक, जब बहुत ज्यादा नमी वाले बादल एक ही जगह पर इकट्ठे होते हैं, तो वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिलती हैं. इसके भार से बादल का घनत्व बढ़ जाता है और अचानक से बहुत तेज बारिश शुरू हो जाती है.