Himachal Pradesh Disaster: गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के तीन अलग-अलग जिलों में बादल फटने की घटना सामने आई. इनमें जिला कुल्लू, जिला मंडी और जिला शिमला में बादल फटा. सबसे ज्यादा नुकसान जिला कुल्लू और जिला शिमला की सीमा के गांव समेज में हुआ. यहां हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास बादल फटने की वजह से 33 लोग लापता हो गए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर आपदा प्रभावितों से मुलाकात की. इस दुःखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और आपदा प्रभावितों के लिए तत्काल राहत पैकेज की घोषणा की है.


50 हजार की फौरी राहत के साथ मकान का किराया देगी सरकार
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हर आपदा प्रभावित परिवार को तत्काल वित्तीय सहायता के रूप में 50 हजार रुपए और किराए पर रहने के लिए तीन महीने तक पांच-पांच हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने भोजन, रसोई गैस, कंबल और चूल्हे जैसी मूलभूत वस्तुएं निःशुल्क दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है.


गांव में 38 घर और दो पुल क्षतिग्रस्त
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावितों को आश्वासन दिया कि उनके घरों को दोबारा बनाने के लिए जल्द ही आर्थिक मदद की घोषणा की जाएगी. उन्होंने जिला प्रशासन को विस्थापित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि इन परिवारों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े. बता दें कि समेज में 33 लोग लापता हैं. आपदा में फंसे दस लोगों को सफलतापूर्वक सुरक्षित बचा लिया गया था. इसके अलावा गांव में 38 घर और दो पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं. 


शिमला में 33 और मंडी में पांच लोग लापता
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की तीन अलग-अलग घटना में कुल्लू में एक और मंडी में पांच लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा कुल्लू में नौ, शिमला में 33 और मंडी में पांच लोग लापता हैं. इसके अलावा कुल्लू से 44, शिमला से 10 और मंडी से एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया. जिला कुल्लू के मलाणा में अब भी 25 लोगों के फंसे होने की जानकारी है. इनमें कुछ पर्यटक भी शामिल है. हालांकि यह लोग होटल में पूरी तरह सुरक्षित हैं और इन्हें शनिवार को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.


युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाने का दावा
हिमाचल प्रदेश में 22 पशुघर, छह मोटरेबल ब्रिज, 32 पैदल ब्रिज, छह दुकान, एक स्कूल, एक डिस्पेंसरी और तीन फिश फार्म को नुकसान हुआ है. इसके अलावा कुल्लू में 13 और शिमला में चार गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है. दावा है कि प्रदेश सरकार युद्ध स्तर पर राहत कार्य कर रही है. अब तक आपदा में फंसे 55 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है. लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं. प्रशासन को पूरी तरह मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं. लोक निर्माण विभाग को प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को बहाल करने के लिए कहा गया है, ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े.


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