Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा और विधानसभा उप-चुनाव के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. मुख्यमंत्री लगातार अपने पुराने से सहयोगियों और पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं पर हमलावर हैं. मुख्यमंत्री का विशेष हमला हमेशा ही धर्मशाला से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुधीर शर्मा पर नजर आता है. मुख्यमंत्री पहले भी सुधीर शर्मा को बगावत वाले घटनाक्रम का सरगना बता चुके हैं.
CM सुक्खू का सुधीर शर्मा पर निशाना
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर सुधीर शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला में कहा, ''बिकाऊ विधायकों का सरगना सुधीर शर्मा भू माफिया भी हैं. धर्मशाला और आसपास के क्षेत्र में 82 संपत्तियों की खरीद में सुधीर का काला धन लगा है. पूर्व विधायक ने यह संपत्तियां अपने ड्राइवर नेक राम के नाम खरीदी हैं. तीन साल में इन जमीनों की खरीद की गई है. ड्राइवर के पास दस करोड़ रुपये कहां से आये. दुबई, पालमपुर, शिमला, मनाली और चंडीगढ़ में भी बिकाऊ पूर्व विधायक सुधीर की बेनामी संपत्ति है.''
काले कारनामे जल्दी सबके सामने होंगे- CM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ''जांच चल रही है. सुधीर के काले कारनामे जल्दी सबके सामने होंगे. सफेद कपड़े डालकर वह खुद बेदाग साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता जानती है वह दागी हैं. दस साल पहले धर्मशाला आकर सुधीर ने दस करोड़ रुपये का मकान बनाया और दस करोड़ रुपये की संपत्तियों को ड्राइवर के नाम खरीदा. एक बार मंत्री रहे सुधीर ने खूब काला धन अर्जित किया है. बीते 14 महीने कांग्रेस सरकार में भी वह इसी काम में लगे रहे. फोन व घर के दरवाजे बंद रखे, विधानसभा कभी-कभार आए. लोगों के शादी के कार्ड लेने से मना कर दिया.''
सुधीर शर्मा का CM सुक्खू पर पलटवार
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के धर्मशाला में दिए गए बयान पर बीजेपी प्रत्याशी सुधीर शर्मा ने फिर सियासी तलवार खींच ली. मीडिया बयान जारी करते हुए सुधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुक्खू झूठ की दुकान लेकर धर्मशाला में आते हैं और अनाप-शनाप बयानबाजी करने लग जाते हैं. मेरे ड्राइवर के नाम पर झूठ बोलना सरासर ग़लत है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को चैलेंज करते हुए सुधीर शर्मा ने कहा कि इलेक्शन कमीशन को सौंपे गए मेरे हल्फनामे के अलावा कुछ भी और उनका निकला, तो वे सब सरकार को दे देंगे.
सुधीर शर्मा ने भी लगाए गंभीर आरोप
सुधीर शर्मा ने भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान 51 लाख रुपए देने का ढोंग रचा और कहा कि यह जीवन भर की कमाई है. मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि एसजीवीएनएल की बिल्डिंग किराए पर है. जिसका हाल ही में किराया बढ़ाया गया है, वह किसकी है. इसके अलावा मुख्यमंत्री के गृह विधानसभा क्षेत्र में ओएसडी अनिल, जो पहले तहसीलदार थे. उन्होंने नादौन में अजय कुमार, राजेंद्र सिंह राणा और प्रभात चांद के नाम पर ढाई लाख रुपए की रजिस्ट्री की. बाद में सुखविंदर सिंह मुख्यमंत्री बने, तो वही जमीन एचआरटीसी को 6 करोड़ 72 लाख रुपए में बेची. राजीव सिंह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के सगे भाई हैं और उनके नाम पर 29 हेक्टेयर लीज खड्ड यानी सरकारी वन भूमि कर दी गई.