Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला में बुधवार (18 दिसंबर) से शुरू होने जा रहा है. सत्र की कार्यवाही बुधवार से शनिवार तक चलेगी. इस सत्र में कुल चार बैठकें प्रस्तावित हैं. हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष को नसीहत दी है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार विधानसभा सत्र के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को सत्र के दौरान जनता से जुड़े मुद्दे उठाने चाहिए, ताकि इसका फायदा हिमाचल प्रदेश के लोगों को मिल सके. उन्होंने कहा कि विपक्ष वॉक आउट छोड़ कर लोगों के मुद्दे उठाए और विधानसभा की चर्चा में भाग ले.
'जयराम ठाकुर के विरुद्ध भाजपा के कुछ विधायक षडयंत्र रच रहे'
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विरुद्ध भाजपा के कुछ विधायक षडयंत्र रच रहे हैं, इसलिए शायद वह सर्वदलीय बैठक में नहीं आए होंगे. उन्होंने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले परंपरा के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाकर बैठक करते हैं.
अगर नेता प्रतिपक्ष सर्वदलीय बैठक में किसी कारणवश शामिल होने में असमर्थ होते हैं तो वह अपने प्रतिनिधि को इस बैठक में भेजते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ. यह गरिमा के विरुद्ध है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से देखा गया है कि विपक्ष सदन में अपनी बात रखता है और जब मंत्री उसका जवाब देने लगते हैं, तो वॉक आउट करके सदन छोड़कर बाहर चले जाते हैं.
चार दिन तक चलेगा शीतकालीन सत्र
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार यानी 18 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है. यह सत्र 21 दिसंबर तक चलेगा. सत्र में कुल चार बैठकें प्रस्तावित हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार लैंड सीलिंग एक्ट से जुड़ा एक संशोधन विधेयक लाने जा रही है.
भारतीय जनता पार्टी भी विपक्ष को पूरी तरह घेरने की तैयारी कर चुकी है. जहां एक तरफ भाजपा विधायक दल सरकार को घेरेगा. तो वहीं, दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा का विभिन्न मुद्दों को लेकर घेराव करेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा है कि वे विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं. बशर्ते विपक्ष जवाब के दौरान वॉक आउट न करें.
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