Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा है. सरकार के दो साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले जयराम ठाकुर ने मंडी में जनसभा को संबोधित करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया. इस दौरान उन्होंने मौजूदा सरकार से कई गंभीर प्रश्न किए. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर वर्ग कांग्रेस सरकार से परेशान है. कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले जो वादे किए थे, उन्हें निभाने में भी नाकाम रही है.

 

जयराम ठाकुर ने कहा- "एक क्रशर संचालक ज्ञानू भाई पर सरकार की विशेष कृपा रही. वह आपदा के दौरान पूरे प्रदेश में इकलौता खनन करने वाला व्यक्ति था. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर सीएम ने कहा कि हम उसे नहीं जानते, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में यह साफ दिख रहा था कि गिरफ्तार आरोपी को वह अपनी सरकारी गाड़ी में घुमाते हैं, उसे सीएम ऑफिस लेकर आते हैं. वीडियो में तो यह भी साफ दिख रहा है कि सीएम गाड़ी से उतर कर आरोपित का गेट खोलने आगे बढ़ते हैं."





उन्होंने कहा कि इतनी नजदीकी के बाद ईडी की गिरफ्त में आते ही सीएम कहते हैं कि मैं उसे जानता नहीं हूं. हमीरपुर और नादौन का रहने वाले हर व्यक्ति से मुझे जोड़ना ठीक नहीं हैं. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वह प्रदेश के लोगों को बताएं कि जिसे गाड़ी में घुमाते हैं, उन्हें पहचानने से इंकार क्यों करते हैं? हिमाचल प्रदेश में अब भ्रष्टाचार और अराजकता की आंच सीएम ऑफिस और सीएम तक पहुंच गई है. सरकार के हेलीकॉप्टर में आउटसोर्स भर्ती माफिया घूम कर करोड़ों की डील कर रहा है.

मंडी के साथ भेदभाव के लगाए आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिला मंडी की जनता ने चुनाव में कांग्रेस का साथ नहीं दिया. वे कांग्रेस के झूठ में नहीं आए. इसकी वजह से ही अब सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू मंडी जिला से भेदभाव कर रहे हैं. मंडी जिला के विकास का धन अन्य जिलों में डायवर्ट किया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू मंडी की सरदार पटेल यूनिवर्सिटी को बर्बाद करना चाहते हैं. पहले ही इस यूनिवर्सिटी का दायरा घटाया जा चुका है और यहां यूनिवर्सिटी की बर्बादी की कोशिश हो रही है.

 

जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने आपदा के दौरान हिमाचल प्रदेश का भरपूर सहयोग किया. इसके अलावा भी केंद्र सरकार से वक्त-वक्त पर मदद मिल रही है. इसके बावजूद कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और खुद मुख्यमंत्री के मुख से केंद्र के आभार के लिए कोई धन्यवाद का शब्द नहीं निकलता.