Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर नोकझोंक हुई. तीखी नोकझोंक के बीच सदन में माहौल उस समय खुशनुमा हो गया, जब हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया (Kuldeep Singh Pathania) ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) से कहा कि आप विपक्ष में जाने के बाद बेहद सेंसिटिव हो गए हैं. इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप मुझे कुछ भी कहकर पुकार सकते हैं. मुझे कोई आपत्ति नहीं है.


हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नगर निगम शिमला से संबंधित विधेयक को लेकर पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर नोकझोंक हुई. विपक्ष के सदस्य रणधीर शर्मा ने नियम 130 के तहत प्वाइंट आफ ऑर्डर उठाया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार सदन का अपमान कर रही है. वॉटर सेस को लेकर उन्होंने कहा कि सत्र से 20 दिन पहले अध्यादेश लाया जाता है. इसका कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला के चुनाव घोषित हो गए. इसके बाद विधानसभा में इस संबंध में विधेयक लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव आयोग की शक्तियों का भी इस्तेमाल कर रही है. रणधीर शर्मा ने कहा कि नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है.


'व्यवस्थाओं का गला घोंट रही है सरकार'
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर पर बोलने का मौका मांगा. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बोलने का मौका दिया जाए. मुख्यमंत्री के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने का मौका दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार व्यवस्थाओं का गला घोंटने का काम कर रही है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार खुद ही चुनाव आयोग की शक्तियों का भी इस्तेमाल कर रही है. सरकार ने चुनाव आयोग को पंगु बना कर रख दिया है. 


CM सुक्खू बोले- गुस्सा न करें, यह व्यवस्था परिवर्तन है
चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को गुस्सा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह व्यवस्था परिवर्तन है. इस पर सदन में जमकर ठहाके लगे. उन्होंने कहा कि सरकार कानून के दायरे में काम कर रही है. विपक्ष का मकसद केवल वॉकआउट करना है. उन्होंने कहा कि बार-बार रोटेशन में एक ही वर्ग को प्रतिनिधित्व मिल रहा था. एक ही वॉर्ड कई बार महिला के लिए रिजर्व हो रहा था. इसलिए रोस्टर में बदलाव किया गया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गुस्सा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह व्यवस्था परिवर्तन है. मुख्यमंत्री के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया. इसके बाद  विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया.


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