देहरा में पूरी होगी कांग्रेस की हरसत? जानें सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर की पढ़ाई से लेकर अब तक का सफर
Kamlesh Thakur Profile: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर की चुनावी राजनीति में एंट्री हो गई है. कमलेश ठाकुर देहरा विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हैं.
Sukhvinder Singh Sukhu Wife Kamlesh Thakur: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर की चुनावी राजनीति में एंट्री हो गई है. नादौन विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के चुनाव में हमेशा ही अहम भूमिका में रहने वाली 54 वर्षीय कमलेश ठाकुर अब खुद विधानसभा में एंट्री के लिए चुनावी रण में उतर गई हैं.
कमलेश ठाकुर देहरा विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव लड़ रही हैं. यहां उनका सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के होशियार सिंह के साथ रहने वाला है.
कमलेश ठाकुर मूल रूप से जिला कांगड़ा के जसवां परगपुर की रहने वाली हैं. उनका जन्म 2 अप्रैल, 1970 को देहरा उपमंडल के नलसूहा गांव में हुआ था. अपनी दसवीं की पढ़ाई उन्होंने नलसूहा और बारहवीं की पढ़ाई परागपुर से पूरी की है. कमलेश ठाकुर राजनीति शास्त्र में एमए कर चुकी हैं. उन्होंने राजकीय कॉलेज चंडीगढ़ से पीजीडीसीए का डिप्लोमा भी किया है.
साल 1998 में हुई थी शादी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ उनकी शादी 11 जून, 1998 को हुई थी. शादी के बाद ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपना पहला विधानसभा का चुनाव भी लड़ा. इससे पहले वे नगर निगम शिमला में पार्षद का चुनाव जीत चुके थे. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साल 2003 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से अपना पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
इसके बाद वे साल 2007, साल 2017 और साल 2022 में भी नादौन विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने में सफल रहे. हालांकि साल 2012 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बीजेपी के विजय अग्निहोत्री से हार गए थे. मुख्यमंत्री के हर चुनाव में कमलेश ठाकुर का अहम योगदान रहता है. वे बीते 20 सालों से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सक्रिय सदस्य भी हैं. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भी उनका जुड़ाव है.
हाई प्रोफाइल बना देहरा का उपचुनाव
देहरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी के चुनावी रण में उतरने से यह सीट हाई प्रोफाइल हो गई है. जानकारों की मानें, तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी धर्मपत्नी यहां से टिकट नहीं चाहते थे, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के कहने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मपत्नी के चुनाव लड़ने पर हामी भरी है.
इसे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए किसी चुनौती से कम नहीं माना जा सकता. हालांकि उन्होंने अब चुनौती को स्वीकार कर लिया है और जल्द ही वे प्रचार में भी उतरने वाले हैं. देहरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में प्रचार से पहले ही कई नारे भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं, जो आने वाले वक्त में प्रचार के दौरान ग्राउंड पर भी नजर आएंगे.
सोशल मीडिया पर वायरल नारे
• बेटी करेगी अब देहरा के साथ न्याय
• निर्दलीय बिकाऊ विधायक होशियार सिंह के अन्याय से दिलाएगी मुक्ति
• देहरा विधानसभा क्षेत्र में होगा चहुंमुखी विकास
• देहरा को बिकाऊ की नहीं, टिकाऊ विधायक की जरूरत
• जनता लड़ेगी बेईमानों के खिलाफ जंग, देहरा का जन कमलेश ठाकुर के संग
यहां आज तक अधूरी है कांग्रेस की जीत की हसरत
देहरा विधानसभा क्षेत्र के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक यहां कांग्रेस की जीत नहीं हुई. कांग्रेस के लिए यहां जीत हासिल करना आज भी अधूरी हसरत की तरह है. इसी सियासी हसरत को पूरा करने के लिए कांग्रेस केंद्रीय आलाकमान ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी को चुनावी रण में उतारा है.
देहरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की कद्दावर नेता विप्लव ठाकुर तक हार का सामना कर चुकी हैं. ऐसे में अब कमलेश ठाकुर के सामने यह सीट कांग्रेस की झोली में डालने की चुनौती आ खड़ी हुई है. कमलेश ठाकुर 54 साल की उम्र में अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ रही हैं.
साल 2022 में देहरा विधानसभा का रिजल्ट
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रमेश चंद को 16 हजार 730, कांग्रेस के डॉ. राजेश शर्मा को 19 हजार 120 और निर्दलीय प्रत्याशी होशियार सिंह को 22 हजार 997 वोट मिले थे. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के हरबंस सिंह को 213, आम आदमी पार्टी के मनीष कुमार को 483 और निर्दलीय प्रत्याशी वरुण कुमार ने 560 वोट हासिल किए थे. इसके अलावा 472 लोगों ने नोटा का बटन भी दबाया था. इस तरह कुल 60 हजार 575 वोट में से 22 हजार 997 वोट लेकर होशियार सिंह ने जीत हासिल की थी.
क्या रहे पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम?
देहरा विधानसभा क्षेत्र में अगर साल 2012 और साल 2017 के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर नजर डाली, जाए तो यहां कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब हो गई थी. भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल के नजदीकी रहे रविंद्र सिंह रवि ने 15 हजार 293 वोट के बड़े मार्जिन से यहां जीत हासिल की थी. रविंद्र सिंह रवि को 24 हजार 463 और कांग्रेस के योग राज को सिर्फ 9 हजार 170 वोट ही मिले थे.
साल 2017 का विधानसभा चुनाव देहरा से निर्दलीय प्रत्याशी होशियार सिंह जीते. होशियार सिंह को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 24 हजार 206 वोट, बीजेपी के रविंद्र सिंह रवि को 20 हजार 292 और कांग्रेस की विप्लव ठाकुर को 8 हजार 289 वोट मिले थे. इस तरह होशियार सिंह 3 हजार 914 वोट के मार्जिन से जीत हासिल करने में सफल रहे थे. अब सभी की नजरें साल 2024 के देहरा विधानसभा उपचुनाव पर आकर टिक गई है.
ये भी पढ़ें: शिमला में गहराया पानी का संकट, सभी निर्माण कार्यों पर रोक, क्या बोले मंत्री विक्रमादित्य सिंह?