Sukhvinder Singh Sukhu News: किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संवैधानिक होता है. मुख्यमंत्री बनने के बाद नेता भी प्रोटोकॉल के दायरे में बंध जाते हैं. मुख्यमंत्री को अमूमन सर या सीएम साहब कहकर ही संबोधित किया जाता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मामले में यह प्रोटोकॉल कुछ हटकर है. मुख्यमंत्री के संघर्ष के दिनों के साथी उन्हें प्रधान जी या सुक्खू भाई कहकर ही बुलाते हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने वालों का भले ही जमावड़ा लगा हो, लेकिन भीड़ के बीच भी 'सुक्खू भाई' अपने पुराने लोगों को ढूंढ ही निकालते हैं.
मुलाकात का भाव भी किसी मुख्यमंत्री की तरह नहीं, बल्कि पुराने साथी की तरह ही रहता है. मुलाकात के दौरान पुराने दिनों को याद करना और अपनत्व के साथ मिलना मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अलग बनाता है. 'प्रधान जी' की अपने पुराने दिनों के साथियों के साथ मुलाकात के दौरान न तो प्रोटोकॉल आड़े आता है और न ही सिक्योरिटी की बंदिश. कुछ आम लोगों का मत यह भी है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हाल ही में इस पद पर पहुंचे हैं. ऐसे में फिलहाल अपने लोगों के साथ पुराने तरीके से ही मिलते हैं.
'कभी नहीं बदलेंगे सीएम सुक्खू'
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के पुराने दिनों के साथी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि उनका व्यवहार न तो कभी बदला था और न ही भविष्य में बदलेगा. समर्थकों का मानना है कि वह संघर्षों से निकलकर प्रदेश की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे हैं. वे आम आदमी से लेकर छोटे कार्यकर्ता की दु:ख-तकलीफ को समझते हैं. मुख्यमंत्री का अपनत्व का भाव उनके समर्थकों को उनसे दूर नहीं होने देता.
संघर्षों से भरा रहा है सीएम सुक्खू का जीवन
आज हिमाचल प्रदेश की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन संघर्ष भरा रहा है. उनके परिवार से कभी कोई राजनीति में नहीं रहा. एनएसयूआई के साथ छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत करने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्लास रिप्रेजेंटेटिव से लेकर चीफ मिनिस्टर तक का सफर तय किया है. वह एनएसयूआई के अध्यक्ष और यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से होते हुए हिमाचल कांग्रेस के भी अध्यक्ष रहे. छात्र जीवन के बाद उन्होंने पार्षद के तौर पर अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत की.
एचआरटीसी ड्राइवर के बेटे के हाथ में सत्ता का स्टीयरिंग
साल 2003 में जिला हमीरपुर के नादौन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े. इसके बाद अब तक वे चार बार इस सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा की दहलीज पहुंच चुके हैं. साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी. उस समय ही यह लगभग तय हो गया था कि सुखविंदर सिंह सुक्खू को ही हिमाचल कांग्रेस विधायक दल की कमान मिलने वाली है. एक आम एचआरटीसी ड्राइवर के बेटे सुखविंदर सिंह सुक्खू जनता के प्यार, समर्थकों के जोश, विधायकों के सहयोग और आलाकमान की आशीर्वाद से हिमाचल प्रदेश की राजनीति के शीर्ष पर हैं.
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