CM Sukh Aashray Yojna: हिमाचल प्रदेश के लिए तीन अक्टूबर का दिन ऐतिहासिक होने वाला है. हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है. इस कार्यक्रम में प्रदेश के निराश्रित बच्चों को सुरक्षा राशि हस्तांतरित की जाएगी. इसी साल 1 जनवरी को CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष की स्थापना की थी. 101 करोड़ रुपए के इस कोष में कांग्रेस के सभी 40 विधायकों ने अपना पहला वेतन इसमें दान किया है. इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के करीब छह हजार निराश्रित बच्चों को सरकार ने 'चिल्ड्रन ऑफ स्टेट' का दर्जा दिया है.


सामाजिक सुरक्षा राशि ट्रांसफर करेंगे CM सुक्खू 
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर होने वाले राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू निराश्रित बच्चों को सामाजिक सुरक्षा राशि हस्तांतरित करेंगे. इसके अलावा सुखाश्रय योजना के लाभार्थियों को धनराशि भी वितरित की जाएगी. चिल्ड्रन ऑफ स्टेट घोषित किए गए इन बच्चों को सरकार लैपटॉप भी देगी. इसके अलावा कार्यक्रम में स्कूल और कॉलेज के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार इन निराश्रित बच्चों को पॉकेट मनी उपलब्ध करवाने के साथ सभी सुविधा मुहैया करवा रही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इसे बच्चों पर परोपकार नहीं, बल्कि उनका अधिकार बता चुके हैं.


निराश्रितों को आत्म निर्भर बना रही सरकार
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत न केवल बच्चों को सरकार सहयोग उपलब्ध करवा रही है, बल्कि इन बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए भी मजबूत कदम उठाए जा रहे हैं. बच्चों को जेब खर्च के लिए पॉकेट मनी की सुविधा दी गई है. निराश्रित बच्चों को फेस्टिव अलाउंस के अलावा साल में दो बार छुट्टियां बिताने के लिए भी बच्चे भारत भ्रमण पर जाएंगे. इस दौरान बच्चों को रेल के साथ हवाई सफर करने का भी मौका मिलेगा. प्रदेश से बाहर घूमने के लिए जाने वाले यह बच्चे तीन सितारा होटल में रुकेंगे. सरकार ने उनके लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए भी जमीन पट्टे पर देने की व्यवस्था की है.


ये भी पढ़ें: Himachal News: CM सुक्खू ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से की मुलाकात, कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा