Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला अपनी खूबसूरती के लिए विश्व भर में जानी जाती है. यहां की खूबसूरती देखने के लिए लोग दूर-दूर से शिमला पहुंचते हैं, लेकिन यहां कुछ लोग ही शिमला की खूबसूरती पर ग्रहण लगाते नजर आ रहे हैं. स्वच्छता के लिए पहचान रखने वाले रिज मैदान और मॉलरोड पर लोग खाने के बाद कूड़ा डस्टबिन तक डालने की भी जहमत नहीं उठाते. हद तो तब हो जाती है, जब लोग रिज मैदान पर लगी प्रतिमाओं के नजदीक खाने के लिए बैठते हैं और यहीं कूड़ा छोड़ जाते हैं. रिज मैदान में लगी प्रतिमाओं के साथ अलग-अलग स्थानों पर चिप्स के रैपर और प्लास्टिक की बोतल वातावरण को खराब कर रही हैं.


रिज मैदान पर कूड़ा फेंकने पर जुर्माने का प्रावधान


शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान और मॉलरोड पर कूड़ा फेंकने जमा जुर्माने का भी प्रावधान है. इसके साथ ही रिज और मॉल-रोड में थूकने पर भी जुर्माना लगाया जाता है. बावजूद इसके लोगों को न तो नियम कानून का डर है और न ही नैतिक मूल्यों की चिंता. लोग एक-दूसरे को तो स्वच्छता का ज्ञान देते नजर आते हैं, लेकिन बात जब खुद पर आती है तब पढ़े-लिखे समाज के लोग इस तरह की हरकत करते नजर आते हैं.


शिमला शहर में जगह-जगह लगे हैं डस्टबिन


शिमला शहर की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से रिज और मॉलरोड पर बड़ी संख्या में डस्टबिन लगाए गए हैं. रिज और मॉलरोड में हर 100 मीटर की दूरी पर एक डस्टबिन नजर आ जाता है. शहर की हर दुकान में भी डस्टबिन की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन बावजूद इसके लोग कूड़ा कूड़ेदान में नहीं डालते. बात-बात पर प्रशासन को घेरने वाले लोगों को खुद भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझने की जरूरत है. शिमला शहर में बिना परमिशन पोस्टर लगाने पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माने का भी प्रावधान है. शिमला नगर निगम के एमसी एक्ट में भी जुर्माना राशि का प्रावधान है.


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