Lok Sabha Elections 2024: देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में एक जून को मतदान होना है. अब तक हिमाचल कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों का चयन नहीं कर सकी है. राज्य में बैठक के बाद हिमाचल के आला नेता दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. दिल्ली में प्रत्याशियों के चयन को लेकर अहम बैठक होगी. हिमाचल प्रदेश में छह विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहे उपचुनाव के लिए भी कांग्रेस को उम्मीदवारों का चयन करना है.
दिल्ली में आला नेताओं के साथ बैठक
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राहुल गांधी के नेतृत्व में वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद महाराष्ट्र से दिल्ली पहुंच चुके हैं. इसके अलावा हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं. दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बैठकर प्रत्याशियों के चयन का फैसला लिया जाएगा. शुरुआत में किसी सिटिंग विधायक पर ही दाव खेलने की चर्चा चल रही थी, लेकिन प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद पैदा हुई स्थिति से इसकी संभावनाएं न के बराबर हो गई हैं. ऐसे में कांग्रेस लोकसभा चुनाव के दौरान नए प्रत्याशियों को मैदान में उतर सकती है.
सिटिंग विधायकों को चुनाव लड़कर मुंह की खा चुकी है कांग्रेस
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चार सीटों में से तीन पर कांग्रेस ने सिटिंग विधायकों को ही चुनावी मैदान में उतार दिया था. हालांकि इससे कांग्रेस के हाथ सफलता नहीं लगी. सभी चारों सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हो गई. कांग्रेस ने शिमला से धनीराम शांडिल, हमीरपुर से राम लाल ठाकुर और कांगड़ा से पवन काजल को चुनावी मैदान में उतारा था. इन तीनों ही सिटिंग विधायकों को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस से मंडी का चुनाव लड़े आश्रय शर्मा भी चुनाव हार गए. गौरतलब है कि कांगड़ा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े पवन काजल साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए और अब वे कांगड़ा से भाजपा के विधायक हैं.
शिमला संसदीय क्षेत्र से सबसे ज्यादा आवेदन
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के 36 नेताओं ने आवेदन किया है. इनमें सबसे ज्यादा आवेदन शिमला संसदीय क्षेत्र से आए हैं. शिमला से 16, कांगड़ा से 13, हमीरपुर से पांच और मंडी से सिर्फ दो आवेदन कांग्रेस पार्टी को मिले हैं. हर आवेदनकर्ता ने नियमों के मुताबिक हिमाचल कांग्रेस को 10-10 हजार रुपए का शुल्क भी चुकाया है.
कहां से किसने किया आवेदन?
कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से आए 13 आवेदनों में एडवोकेट विनय शर्मा, नानक चंद कश्यप, संजय राणा, सतीश कुमार, डॉ. सुशील कुमार शर्मा, मेजर धर्मवीर सिंह राणा (रिटायर्ड), सुदर्शन शर्मा, अश्वनी कुमार चौधरी, विक्रम चौधरी, कुलदीप राणा, राजेश शर्मा, के.के. कटोच, नागेश्वर मनकोटिया ने आवेदन किया है, जबकि मंडी संसदीय क्षेत्र से जोगिंदर नगर के ज्ञानचंद ठाकुर और किन्नौर जिला के विजेंद्र नेगी ने टिकट मांगा है.
शिमला संसदीय क्षेत्र से सबसे ज्यादा आवेदन
भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माने जाने वाले हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भी कांग्रेस को केवल पांच ही आवेदन मिले हैं. इनमें लेफ्टिनेंट कर्नल डी.एस. ठाकुर (रिटायर्ड), जोगेंद्र सिंह, सबरूद्दीन, रामचंद्र, और कैप्टन अतुल शर्मा (रिटायर्ड) ने आवेदन किया है. इसके अलावा शिमला संसदीय क्षेत्र से पूर्व विधायक सोहन लाल, अमित नंदा, सुरेंद्र सिंह बनोलटा, यशपाल तनाईक, मोहन लाल बनोलटा, अश्वनी कुमार, मेघराज, गुरदयाल, एडवोकेट राम कुमार, धर्मराज हरनोट, पंकज मुसाफिर, कौशल मुंगटा, सोहन लाल , वीरेंद्र जालटा, बुधीराम जस्टा और प्रेम डोगरा ने टिकट मांगा है.
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