Himachal Masjid Row: हिमाचल कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा दिल्ली, कहा- 'मस्जिदों के सामने हिंदू...'
Himachal Masjid Case: हिमाचल कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी से मुलाकात की. इस दौरान शिमला और मंडी मस्जिद के मामले से अवगत कराया.
Himachal Masjid News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार (19 सितंबर) को पार्टी के केंद्रीय नेताओं को एक विशेष समुदाय को निशाना बनाकर और मस्जिदों के पास प्रदर्शन करके राज्य में पैदा किए गए भय के माहौल से अवगत कराया. प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष इकबाल मोहम्मद के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न मस्जिदों के इमाम भी शामिल थे.
प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी से मुलाकात की. यहां एक बयान में राज्य कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा ने कहा कि मस्जिदों के सामने हिंदू संगठनों की ओर से किए गए प्रदर्शनों के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. साथ ही माहौल को खराब करने और मुसलमानों में डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है.
संजौली मस्जिद विवाद पहुंचा दिल्ली
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ तत्व माहौल खराब करने और सरकार को बदनाम करने में लगे हैं. इसके बाद केसी वेणुगोपाल ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से फोन पर बात की.
बता दें पिछले हफ्ते शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद के एक हिस्से को गिराने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान 10 लोग घायल हो गए थे.
वहीं मंडी में पुलिस ने कस्बे में मस्जिद के एक अनधिकृत हिस्से को गिराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की. मंगलवार को शिमला के कसुम्पटी के निवासियों ने क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को ध्वस्त करने के लिए एक ज्ञापन सौंपा गया और राज्य अन्य क्षेत्रों से भी इसी तरह की मांगें आ रही हैं.
इमरान प्रतापगढ़ी ने क्या कहा?
इमरान प्रतापगढ़ी ने एक्स पर लिखा, "हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और वहां की परिस्थिति से अवगत कराया. वेणुगोपाल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के मुहब्बत के संदेश को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. कांग्रेस शासित किसी भी राज्य में नफरत के लिये कोई जगह नहीं है."