Himachal Pradesh: शीतकालीन सत्र से पहले चंद्र कुमार प्रोटेम स्पीकर नियुक्त, जानें क्या होता है काम?
Himachal Pradesh News: चंद्र कुमार पहली बार साल 1982 में विधायक बने, जब ठाकुर राम लाल हिमाचल के मुख्यमंत्री थे. उसके बाद वह 1985, 1993, 1998 और 2003 में भी जीत कर आए और इसके बाद चुनाव जीतकर लोकसभा गए.
Chander Kumar Protem Speaker: कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक चंद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. चंद्र कुमार नव निर्वाचित सदस्यों को धर्मशाला स्थित विधानसभा में शपथ दिलाएंगे. चंद्र कुमार कांगड़ा जिला के जवाली विधानसभा क्षेत्र से छठी बार जीत कर आए हैं. चंद्र कुमार सबसे पहले 1982 में विधायक बने थे, जब ठाकुर राम लाल हिमाचल के मुख्यमंत्री होते थे. उसके बाद वह 1985, 1993, 1998 और 2003 में भी जीत कर आए और इसके बाद चुनाव जीतकर लोकसभा चले गए. विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होगा.
क्यों बनाया जाता है प्रोटेम स्पीकर?
गौर रहे कि जब नई विधानसभा गठित होती है, तो विधानसभा में सबसे अधिक समय गुजारने वाले सदस्य या निर्वाचित सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है. सत्तारूढ़ दल प्रोटेम स्पीकर का नाम राज्यपाल के पास भेजता है. इसके बाद प्रोटेम स्पीकर को नियुक्त किया जाता, जो नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाता है.
प्रोटेम स्पीकर का क्या होता है काम?
1. नए सदस्यों को शपथ दिलाना.
2. विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराना.
3. फ्लोर टेस्ट करने का काम करना.
4. स्थायी स्पीकर चुने जाने तक सदन की गतिविधियों को चलाना.
5. सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का कार्य.
जानें कौन हैं चंद्र कुमार
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में जन्मे चंद्र कुमार की गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में होती है. इस समय वह हिमाचल की जवाली विधानसभा से विधायक हैं और इससे पहले राज्य में वह मंत्री भी चुके हैं. इसके साथ ही वह साल 2004 में कांगड़ा से सांसद भी रह चुके हैं. चंद्र कुमार हिमाचल सरकार में साल 1982-2004 के बीच राज्य मंत्री, कृषि और वानिकी का पद भी संभाल चुके हैं. इसके साथ ही वह साल 1989-1990 के बीच हिमचाल सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में बिजली और परियोजना विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.