Raghubir Singh Bali Became HPTDC Vice President: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कांगड़ा (Kangra) जिला के नगरोटा बगवां (Nagrota Bagwan) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस (Congress) विधायक रघुवीर सिंह बाली को पर्यटन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाया गया है. रघुवीर सिंह बाली को कैबिनेट रैंक से भी नवाजा गया है. बाली ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नगरोटा विधानसभा क्षेत्र से 15 हजार 892 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. वे सभी कांग्रेस उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाले विधायक हैं. रघुवीर सिंह बाली ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी अरुण कुमार (Arun Kumar) को अपने पिता की चुनावी हार का बदला लेते हुए करारी शिकस्त दी.


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल विस्तार में कांगड़ा जिला की अनदेखी की बात कही जा रही थी. अब कांगड़ा जिला की नगरोटा बगवां सीट से रघुवीर सिंह बाली को क्षेत्रीय समीकरण साधने की और एक बड़ी कवायद के रूप में भी देखा जा रहा है. बाली पूर्व परिवहन मंत्री गुरमुख सिंह बाली के बेटे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और बाली परिवार की नजदीकियां हिमाचल प्रदेश की सियासत में जगजाहिर रही हैं. युवा विधायक रघुवीर सिंह बाली मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल पद की दौड़ में भी थे, लेकिन उनका पहली बार जीतकर विधानसभा आना मंत्री पद के आड़े आया.


गांधी परिवार के नजदीकी माने जाते हैं रघुवीर सिंह बाली


सुक्खू सरकार ने उन्हें कैबिनेट रैंक देकर संतुलन साधने की कोशिश की है. रघुवीर सिंह बाली गांधी परिवार के भी बेहद नजदीकी माने जाते हैं. बाली कांग्रेस की रोजगार संघर्ष यात्रा के दौरान भी अपनी ताकत को साबित करने का काम किया था. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले रघुवीर सिंह बाली ने धर्मशाला की आवाज रैली में कहा था कि वे अपने जीवन में सिर्फ दो ही लोगों को नेता मानते हैं. एक अपने स्वर्गीय पिता गुरमुख सिंह बाली और दूसरे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू. रघुबीर सिंह बाली के समर्थक उन्हें जानू भाई कहकर पुकारते हैं.


कैबिनेट का रैंक पाने वाले बाली चौथे नेता


पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे रघुवीर सिंह बाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव भी हैं. कैबिनेट मंत्रियों के अलावा कैबिनेट का रैंक पाने वाले रघुवीर सिंह बाली चौथे नेता हैं. इससे पहले सुनील कुमार बिट्टू, नरेश चौहान और गोकुल बुटेल को भी कैबिनेट रैंक दिया जा चुका है. माना जा रहा है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल में कैबिनेट का अगला विस्तार भी जल्द होने की संभावना है. इसमें सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने नजदीकियों को शामिल करने के साथ संतुलन साधने की भी कोशिश करेंगे.


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