Himachal Pradesh News: विधानसभा सदस्यता छीनने के बाद हिमाचल प्रदेश के बागी सुधीर शर्मा को कांग्रेस ने राष्ट्रीय सचिव के पद से हटा दिया है. कांग्रेस की इस कार्रवाई के बाद सुधीर शर्मा ने तंज कसा है.


उन्होंने एक्स पर लिखा, ''भार मुक्त तो ऐसे किया है जैसे सारा बोझ मेरे ही कंधों पर था. चिंता मिटी, चाहत गई, मनवा बेपरवाह, जिसको कछु नहीं चाहिए, वो ही शहंशाह.''






कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सुधीर शर्मा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.


वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं सुधीर शर्मा


धर्मशाला से ताल्लुक रखने वाले सुधीर शर्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं. हाल ही में उन्हें और पांच अन्य विधायकों के साथ स्पीकर ने अयोग्य ठहरा दिया था.


बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए वोटिंग हुई थी. इस चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने जीत दर्ज की. दरअसल, कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी.


संकट में आ गई कांग्रेस


इसके बाद राजनीतिक हालात बदले और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे. इस बीच कांग्रेस के छह विधायकों पर कांग्रेस ने व्हिप का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और स्पीकर कुलदीप पठानिया से इन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की.


इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने 29 फरवरी को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया. इन विधायकों पर आरोप है कि सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था.


स्पीकर की कार्रवाई के बाद इन विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.


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