Himachal Pradesh By Election: धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने लंबे मंथन के बाद देवेंद्र सिंह जग्गी को अपना प्रत्याशी बनाया है. देवेंद्र सिंह जग्गी धर्मशाला नगर निगम के मेयर रह चुके हैं.
कांग्रेस पहले ही अन्य पांच सीटों के उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है, लेकिन यहां कांग्रेस को पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा के खिलाफ प्रत्याशी ढूंढने में कड़ी मशक्कत का सामना करने पड़ा. अंत में अब देवेंद्र सिंह जग्गी को ही पार्टी ने टिकट दी है. इनका नाम पहले दिन से ही लगातार चर्चा में रहा है.
सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री पर भी किया था तंज
धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी की घोषणा में काफी देर हुई. यहां साल 2022 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े राकेश चौधरी की भी कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने की चर्चा थी. टिकट में देरी के चलते सुधीर शर्मा ने भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज किया था. बीते दोनों दिन ही सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री को धर्मशाला उपचुनाव लड़ने की चुनौती दे डाली थी. धर्मशाला में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा के साथ ही अब सभी सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा पूरी हो चुकी है.
सात साल में चौथी बार होने जा रहे चुनाव
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के तहत आने वाली धर्मशाला विधानसभा सीट पर सात साल से भी काम के वक्त में चौथी बार चुनाव होने जा रहे हैं. धर्मशाला की जनता ने साल 2017, साल 2019 साल और 2022 में अपना विधायक चुनकर विधानसभा भेजा और अब साल 2024 में एक जून को धर्मशाला की जनता को एक बार फिर अपना नया विधायक चुनने के लिए वोट करेगी.
धर्मशाला की जनता से छिन गया अपना मंत्री
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी किशन कपूर और कांग्रेस के सुधीर शर्मा के बीच रहा. सुधीर शर्मा यह चुनाव किशन कपूर से चुनाव हार गए. इस वक्त तक सुधीर शर्मा तत्कालीन वीरभद्र सरकार में शहरी विकास मंत्री भी थे.
साल 2019 में लोकसभा के चुनाव आए और भारतीय जनता पार्टी ने किशन कपूर को लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया. इसके बाद किशन कपूर ने सांसद का चुनाव लड़कर जीत हासिल की और वह दिल्ली पहुंच गए. जिस वक्त किशन कपूर ने चुनाव लड़ा, तब वे तत्कालीन जयराम सरकार में नागरिक एवं खाद्य आपूर्ति विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे.
उपचुनाव में हुई बीजेपी के विशाल नेहरिया की जीत
किशन कपूर के सांसद का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद धर्मशाला की सीट खाली हो गई. साल 2019 में धर्मशाला में उपचुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी ने युवा नेता विशाल नेहरिया को चुनावी मैदान में उतारा. स्वास्थ्य कारणों के चलते सुधीर शर्मा उपचुनाव नहीं लड़ सके.
ऐसे में उनकी जगह पार्टी ने विजय इंद्र कर्ण को अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन इस उपचुनाव में विजय कर्ण की बुरी हार हुई और विशाल नेहरिया चुनाव जीत गए. साल 2019 के धर्मशाला उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हो गई थी. कांग्रेस उम्मीदवार को कुल पड़े 52 हजार 939 वोट का छठा हिस्सा भी नहीं मिल पाया था. भाजपा ने धर्मशाला उपचुनाव में 6 हजार 758 वोट से जीत दर्ज कर ली थी.