Himachal: हिमाचल में वापस लिए जाएंगे कोरोना नियमों में उल्लंघन के मामले, सीएम सुक्खू का फैसला
Himachal Pradesh News: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान दर्ज मामलों को लेकर अहम फैसला लिया.
Himachal Pradesh News: हिमाचल सरकार ने कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौरान प्रतिबंधों की अवहेलना पर दर्ज मामलों को वापस लेने का फैसला किया है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने डीसी-एसपी सम्मेलन के दौरान इस संबंध में उच्चाधिकारियों को निर्देश दिए हैं. सीएम सुक्खू ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) का समय सबके लिए मुश्किल भरा रहा और इस महामारी (Pandemic) को नियंत्रित करने और इससे बचाव के लिए आम लोगों पर कई प्रकार की पाबंदियां लगाई गई थीं. इस दौरान नियमों की अवहेलना को लेकर सैकड़ों केस दर्ज किए गए. राज्य सरकार अब मानवीय दृष्टिकोण को अपनाते हुए यह केस वापस लेगी.
सीएम सुक्खू ने कहा कि कोविड के दौरान दर्ज केस वापस लेकर राज्य सरकार आम लोगों को राहत पहुंचाएगी. सम्मेलन में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अच्छे शासन के लिए अच्छे प्रशासन का होना जरूरी है. सरकारी कामों में तेजी और पारदर्शिता लाने के लिए सरकार टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ रही है. सभी जिलों के एसपी और डीसी के दफ्तर को ई-ऑफिस में बदलने का भी निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकारी काम ऑनलाइन होने से आम लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी और काम में ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता आएगी.
जाति आधारित जनगणना पर मुख्यमंत्री का बयान
वहीं, जाति आधारित जनगणना को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इसे चुनाव से जोड़कर देखने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में कदम आगे बढ़ाएगी. सीएम सुक्खू कहा कि जाति आधारित जनगणना को ना तो राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ जोड़कर देखने की जरूरत है और न ही लोकसभा चुनाव के साथ. दरअसल, दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई जिसमें सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति आधारित जनगणना करवाने का प्रस्ताव पारित किया गया है. इसी संदर्भ में सीएम सुक्खू से पत्रकारों ने सवाल किया था.
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