Himachal Pradesh Earthquake News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुक्रवार को 3.39 बजे रिक्टर पैमाने पर 3.0 तीव्रता का भूकंप आया. यह सूचना राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी. इस भूकंप से अभी किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है. हालांकि, भूकंप आने के बाद लोग दहशत में जरूर आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए.


इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में भी चंबा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया था कि 4 अप्रैल को रात नौ बजकर 34 मिनट और 32 सेकेंट पर भूंकप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई थी.



जान-माल का नहीं हुआ था नुकसान


भूकंप के झटके चंबा के साथ लगते इलाकों में भी महसूस किए गए. ऐसे में लोगों के बीच भगदड़ की स्थिति बन गई थी. उस दौरान भी जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली थी.


क्यों आता है भूकंप?


बता दें कि पृथ्वी की सतह के नीचे या धरती के अंदर हमेशा उथल-पुथल मची रहती है. धरती के अंदर मौजूद प्लेट लगातार आपस में टकराती या दूर खिसक रही होती हैं. इसी के चलते हर साल भूकंप आते रहते हैं. भूकंप को समझने से पहले हमें धरती के नीचे मौजूद प्लेटों की संरचना को समझना चाहिए. धरती में 12 टैक्टोनिक प्लेट होती हैं. इन प्लेटों के आपस में टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे ही भूकंप कहा जाता है.


गौरतलब है कि भूकंप के लिहाज से भारत को पांच सिस्मिक जोन में बांटा गया है. भूकंप से सबसे ज्यादा खतरा सिस्मिक जोन-5 के इलाकों को है. हिमाचल प्रदेश का ज्यादातर इलाका भूकंप के लिहाज से सिस्मिक ज़ोन 4 और 5 में आता है.


ये भी पढ़ें- हिमाचल की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए BJP की लिस्ट, पूर्व विधायकों को टिकट