Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस बीच कांग्रेस पार्टी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर बार-बार सवाल खड़े करते नजर आ रही है. कुछ इलाकों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बाहर तंबू लगाकर भी बैठे हैं. मंडी के धर्मपुर में तो कांग्रेस ने सीसीटीवी इंस्टॉल कर ईवीएम की सुरक्षा का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया है.


वहीं इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अब इसकी शिकायत चुनाव आयोग को देने की तैयारी कर ली है. हिमाचल बीजेपी के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता गणेश दत्त ने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ काम कर रही है. कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से 200 मीटर के दायरे में तंबू लगाए गए हैं, जो नियमों के खिलाफ है. गणेश दत्त ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी हार को देखकर बौखलाहट में है और पहले से ही EVM पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रही है.


सवालों के घेरे में EVM !


12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश की सभी 68 सीटों पर हुए मतदान के बाद रामपुर विधानसभा क्षेत्र के दत्तनगर में पोलिंग पार्टी निजी वाहन में ईवीएम ले जा दे पाए गए. इसके बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए पोलिंग पार्टी के सभी छह कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया. कांग्रेस स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए खुद दिन-रात ड्यूटी दे रही है.


EVM पर पहले भी खड़े हुए सवाल


हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड कर्नल धनीराम शांडिल ईवीएम पर सवाल खड़े कर चुके हैं. मई के महीने में हिमाचल कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सक्खू ने भी पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर ईवीएम की जगह पोस्टल बैलट पर चुनाव कराने की मांग की थी.


EVM को थ्री लेयर सुरक्षा


लोकतंत्र में सबसे बड़ी चुनौती है चुनावों को निष्पक्ष ढंग से पूरा कराना. इसके लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा भी कड़े इंतजामों के साथ की जाए. किसी भी जिले की ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा वहां के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के हाथ में होती है. प्रशासन की ओर से ईवीएम की सुरक्षा के लिए तीन स्तर की सुरक्षा का प्रबंध किया जाता है.


स्ट्रांग रूम में होती है केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती


सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम में केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की जाती है. केंद्रीय बल स्ट्रांग रूम के अंदर और पुलिस के जवान स्ट्रांग रूम के बाहर की सुरक्षा देखते हैं. इसके अलावा मानवीय चूक की संभावनाओं को देखते हुए स्ट्रांग रूम की निगरानी सीसीटीवी कैमरा से भी की जाती है. स्ट्रांग रूम में कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता. अधिकारी भी केवल जरूरत पड़ने पर निश्चित प्रक्रिया के तहत ही स्ट्रांग रूम में प्रवेश कर सकते हैं.


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