Himachal Pradesh Election: हिमाचल प्रदेश में सभी को 8 दिसंबर को आने वाले नतीजों का इंतजार है. चुनाव में नेताओं को रिकॉर्ड बनाना और जनता को रिकॉर्ड के बारे में जानना बेहद पसंद होता है. हिमाचल प्रदेश की राजनीति में सबसे ज्यादा वोट के अंतर से जीतने का रिकॉर्ड दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम है.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने साल 1998 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खुशीराम बालनाहटा को 26 हजार 148 मतों से करारी शिकस्त दी थी. इसी तरह साल 2007 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर की बमसन सीट से 26 हजार 7 मतों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल विधिचंद को 56 फीसदी वोटों के अंतर से हराया था. हिमाचल प्रदेश की राजनीति के इतिहास में आज तक इन दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ सका है.
सिराज विधानसभा क्षेत्र पर सभी की नजरें
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में सभी की नजरें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सिराज सीट पर हैं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेत राम को 11 हजार 214 वोटों के अंतर से हराया था. उस समय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरे भी नहीं थे. इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा. ऐसे में सभी को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जीत का मार्जिन सबसे ज्यादा होगा. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मार्जिन के मामले में छठे स्थान पर थे.
2017 में सर्वाधिक लीड पाने वाले टॉप-10 विधायक
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में नाचन से विनोद कुमार 15 हजार 896 वोट, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी 12 हजार 811 वोट, बैजनाथ से मुल्ख राज प्रेमी 12 हजार 669 वोट, पांवटा साहिब से सुखराम चौधरी 12 हजार 619 वोट, धर्मपुर से महेंद्र सिंह ठाकुर 11 हजार 960 वोट, सिराज से जयराम ठाकुर 11 हजार 214 वोट, जयसिंहपुर से रविंदर धीमान 10 हजार 710 वोट, घुमारवीं से राजिंदर गर्ग 10 हजार 435 वोट, सुलह से विपिन परमार 10 हजार 291 वोट और मंडी सदर से अनिल शर्मा 10 हजार 257 वोट के मार्जिन से जीते थे. एक खास बात यह भी है कि सर्वाधिक लीड हासिल करने वाले सभी टॉप-10 विधायक बीजेपी से ही थे.
रामलाल ठाकुर के नाम सर्वाधिक मत प्रतिशत का रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड भी पूर्व मुख्यमंत्री के नाम ही है. जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाले दिग्गज नेता ठाकुर राम लाल ने साल 1972 के विधानसभा चुनाव में 90 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किए थे. ठाकुर राम लाल ने जनसंघ के प्रत्याशी प्रेम सिंह मेहता को करारी शिकस्त दी थी. इस चुनाव में कुल 16 हजार 201 वोट पड़े जिसमें 15 हजार 201 वोट ठाकुर रामलाल के पक्ष में डाले गए थे. रामलाल ठाकुर ने यह चुनाव 14 हजार 441 वोट के मार्जिन से जीता था. हालांकि उस समय वे मुख्यमंत्री के उम्मीदवार भी नहीं थे. वे आगे चलकर साल 1977 में पहली बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने.