शिमला: हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव के दौरान जहां शहरी इलाकों में कम मतदान प्रतिशतता को लेकर चुनाव आयोग ने चिंता जाहिर की. वहीं, जनजातीय जिला किन्नौर के 'का' बूथ में 112.5 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया. सुनने में भले ही बात पर विश्वास न हो या यह कोई तकनीकी समस्या नजर आए, लेकिन इस बूथ पर ऐसा ही हुआ है.
16 मतदाताओं के साथ चार कर्मियों ने भी किया मतदान
दरअसल, अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किन्नौर विधानसभा क्षेत्र के 'का' बूथ पर 16 मतदाताओं के लिए विशेष पोलिंग बूथ स्थापित किया गया था. पोलिंग पार्टी घंटों पैदल चलकर इस बूथ पर पहुंची. यहां 11 महिलाओं और पांच पुरुष मतदाताओं ने वोट कर शत-प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड बनाया. वहीं, मतदान कर्मियों ने निर्वाचन कर्तव्य प्रमाण पत्र (EDC) के माध्यम से मतदान कर मतदान प्रतिशतता को 112.5 तक पहुंचा दिया.
टशीगंग में भी हुआ है 100 फीसदी मतदान
विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर बने टशीगंग में भी 100 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया. समुद्र तल से 15 हजार 256 फीट की ऊंचाई पर सभी 52 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर शत-प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले साल 2021 के मंडी लोकसभा उपचुनाव में भी के लोगों ने शत-प्रतिशत मतदान किया था. साल 2021 में इस बूथ पर कुल 48 वोटर थे.
हिमाचल प्रदेश में मतदान
हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान कराया गया था. इस दौरान बड़ी संख्या में मतदाताओं ने मतदान किया. आयोग के मुताबिक करीब 74.61 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. यह पिछले चुनाव से कम रहा. साल 2017 के चुनाव में 75.57 फीसदी मतदान हुआ था. सबसे अधिक 85.20 फीसदी मतदान दून विधानसभा क्षेत्र में हुआ. वहीं कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 57 फीसदी मतदान हुआ. हिमाचल प्रदेश में मतगणना आठ दिसंबर को गुजरात के साथ कराई जाएगी.
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