Himachal: कुल्लू दशहरा में आग प्रभावितों को 25-25 हजार की राहत राशि, देवताओं के टेंट के पास लगा जूता बाजार हटेगा
Kullu Dussehra: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू दशहरा स्थल में मौजूद बाजार में आग लग जाने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. आग लगने की घटना के बाद मुख्य संसदीय सचिव ने घटनास्थल का दौरा किया.
International Kullu Dusherra Festival: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा (Kullu Dussehra) में शनिवार सुबह करीब 3 बजे आग (Fire) लगने की घटना सामने आई. इसमें करीब 15 टेंट जलकर खाक हुए और लाखों रुपए का नुकसान हुआ. ढालपुर मैदान में आग की घटना के बाद मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर और भगवान रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने आग प्रभावितों से मुलाकात की. सुंदर सिंह ठाकुर और महेश्वर सिंह ने कहा कि देवी-देवताओं के टेंट के पास जूता बाजार लगाना ठीक नहीं है. सुंदर ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यहां जूता बाजार ( Shoe Market) न लगाया जाए.
इसके अलावा आग की घटना के बाद प्रभावित लोगों को 25-25 हजार रुपए की राहत राशि भी दी गई. मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित देवताओं के हरियानों को टेंट के साथ अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए. उन्होंने अधिकारियों को आग से बचाव के उपाय को और अधिक पुख्ता करने के लिए भी कहा है. मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि आने वाले वक्त में ऐसी घटना न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी तैयारी रखेगा.
जूता बाजार लगाना गलत- महेश्वर सिंह
वहीं, भगवान श्री रघुनाथ के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि कई देवी-देवताओं के शिविरों में टेंट सही तरीके से नहीं लगे हैं. इसके अलावा देवी-देवताओं के टेंट के पास जूता बाजार लगाना सही नहीं है. प्रशासन और दशहरा कमेटी को इस बात पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आने वाले वक्त में ऐसी घटना दोबारा न हो. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव देवी-देवताओं के संगम का भी मौका होता है. ऐसे में यहां जूता बाजार लगाने को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. भगवान रघुनाथ पर आस्था रखने वाले लोग जाते हैं कि जूता बाजार देवी-देवताओं के टेंट के पास न लगकर किसी दूर जगह पर लगे.