Himachal Loksabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. मंडी संसदीय क्षेत्र में बीजेपी की कंगन रनौत और कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के बीच कड़ा मुकाबला है. भारतीय जनता पार्टी अपने प्रचार में विक्रमादित्य सिंह को जमकर आड़े हाथों लेती हुई नजर आ रही है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रामपुर में प्रचार के दौरान विक्रमादित्य सिंह पर जमकर निशाना साधा है. 


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेता सिर्फ जोर-जोर से बोलने का ही काम कर रहे हैं. वह ज्यादा जोश में होश खो बैठे हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक तो चुनाव का पर्चा भी दाखिल नहीं हुआ है, लेकिन कुछ लोग खुद को अभी से ही सांसद मानकर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग लंबे वक्त तक पावर में रहे. इस समय वह सत्ता में होने के बावजूद दूसरों से सवाल पूछने का काम कर रहे हैं.


विक्रमादित्य इन सवालों का दें जवाब 


जयराम ठाकुर ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को यह बताना चाहिए कि रामपुर की जनता की मांग पर उनकी सरकार के वक्त दर्जनों संस्थान खोले गए, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने इसे सत्ता में ही आते ही बंद कर दिया. लोक निर्माण मंत्री के पद पर होते हुए वह खुद भी इस कैबिनेट की बैठक में मौजूद रहे, जिसमें संस्थाओं को बंद करने का फैसला लिया गया. अपनी कलम से भी उन्होंने रामपुर में लोक निर्माण विभाग के डिवीजन बंद करने की फाइल पर दस्तखत की है. उन्हें तो जनता की आवाज उठानी चाहिए थी. वह मुख्यमंत्री की जनविरोधी फैसलों का विरोध करते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 


चुनाव के वक्त ही क्यों आई महिलाओं की याद?


हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सिर्फ चुनाव के वक्त ही कांग्रेस को माताओं और बहनों की याद आ रही है. अब महिलाओं को मासिक 1 हजार 500 रुपए देने की बात कही जा रही है. जब वोट मांगने का वक्त आया है, तो महिलाओं को दोबारा लाइन में खड़े होकर फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की मंशा होती, तो वादे के मुताबिक पहले ही कैबिनेट में महिलाओं को 1 हजार 500 रुपए  देने का काम पूरा होता. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री होने के नाते भी विक्रमादित्य सिंह को यह बताना चाहिए कि उन्होंने 15 महीने हिमाचल प्रदेश के लिए क्या किया. उन्होंने कहा कि आपदा में मंडी के सात पुल बह गए. इसमें से एक भी पुल बतौर लोक निर्माण मंत्री रिस्टोर नहीं कर सके.


आम परिवार की बेटी हैं कंगना रनौत- जयराम 


जयराम ठाकुर ने कहा कि कंगना रनौत आम परिवार से संबंध रखने वाली बेटी हैं. उन्होंने खुद और कंगना रनौत ने भी संघर्ष किया है. वे आम परिवार से निकलकर संघर्ष करते हुए सभी इस मुकाम तक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने भी अपनी मेहनत से अपनी पहचान बनाई है और वह दिल्ली जाकर हिमाचल प्रदेश की आवाज बुलंद करने का काम करेंगी.