(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal Government Formation: 5 बजे होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक, मुख्यमंत्री के नाम पर लग सकती है मुहर
शाम 5 बजे हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होने जा रही है. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का नाम तय होने के बाद अगले दो दिनों में शपथ ग्रहण समारोह भी कराया जा सकता है.
Himachal CM Race: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान जारी है. शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक में आलाकमान को मुख्यमंत्री चुनने के लिए अधिकृत किया गया. अब आज शाम पांच बजे एक बार फिर शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का एलान हो सकता है और अगले दो दिनों में शपथ ग्रहण भी कराया जा सकता है. मुख्यमंत्री की दौड़ में हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेरहवीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सबसे आगे हैं.
आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक
विधायक दल की बैठक में शाम 5 बजे मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा होने पर सोमवार 12 दिसंबर तक शपथ ग्रहण समारोह भी हो सकता है. शपथ ग्रहण समारोह राजधानी शिमला के रिज मैदान पर होना प्रस्तावित है. अधिकारियों ने शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. प्रशासनिक स्तर पर लगभग सभी तैयारियां पूरी हैं. केवल मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगने का इंतजार किया जा रहा है.
डिप्टी CM के फॉर्मूला पर भी हो रहा विचार
हिमाचल कांग्रेस में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर फंसते पेंच पर डिप्टी सीएम के फार्मूला पर भी विचार किया जा रहा है. अगर मुख्यमंत्री के नाम घोषित होने के बाद भी सहमति नहीं बनती है, तो डिप्टी सीएम का पद भी कद्दावर नेता को दिया जा सकता है. इसके लिए शिमला ग्रामीण से विधायक और प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का नाम आगे चल रहा है. मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश के अलावा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है.
राजस्थान में भी कांग्रेस ने डिप्टी सीएम का पद देकर समीकरण साधने की कोशिश की थी. हालांकि बाद में मामला बिगड़ने पर सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया. इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच आए दिन आपसी लड़ाई की खबर सामने आती रहती है. मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की लड़ाई के कारण सरकार गिरने का फायदा भी बीजेपी को मिला था.